March 29, 2024

दो साल बाद बीकानेर संभाग में आएगा भाजपा का राष्ट्रीय स्तर का नेता

– किसान आंदोलन की चपेट में रहा संभाग, भाजपा नेताओं ने बनाई थी दूरी
– नड्डा का 10 मई से दो दिवसीय दौरा

जयपुर। भाजपा ने पूर्वी-दक्षिणी राजस्थान के साथ-साथ अब उत्तरी राजस्थान पर भी फोकस किया है। इसके लिए पार्टी का जो कार्यक्रम पहले अजमेर में करवाया जाना तय माना जा रहा था, वो अब बीकानेर संभाग में होगा। कारण भाजपा का कोई भी बड़ा नेता पिछले दो साल से बीकानेर संभाग में किसी तरह का कार्यक्रम नहीं करने गया था।देश में चले किसान आंदोलन का असर पंजाब से लगते बीकानेर संभाग के जिलों में दिखा था। इसके चलते संभाग के चार जिलों से भाजपा के बड़े नेताओं के कार्यक्रम नहीं बन पाए थे। इन सब िस्थतियों का आकलन करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यक्रम जो पहले अजमेर में प्रस्तावित था, उसे बदलकर बीकानेर संभाग में किया गया है, हालांकि चुनाव तक नड्डा के प्रदेश में कई कार्यक्रम बनेंगे, लेकिन बीकानेर संभाग में लंबे समय से बड़े नेता के नहीं जाने से पार्टी ने कमी महसूस की थी। आलाकमान को उससे अवगत करवाया गया तो नड्डा ने तुरंत बीकानेर संभाग में आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

20 हजार कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों से करेंगे संवाद
सूत्रों के अनुसार नड्डा के बीकानेर संभाग में दो कार्यक्रम होंगे। दस मई को एक कार्यक्रम श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में होगा। यहां बूथ अध्यक्षों समेत पार्टी के सभी पदाधिकारियों और प्रमुख कार्यकर्ताओं को बुलाया जाएगा। बीकानेर संभाग में करीब बारह हजार तो बूथ ही हैं। ऐसे में इन बूथ अध्यक्षों, पदाधिकारियों और प्रमुख कार्यकर्ताओं को मिलाकर बीस से पच्चीस हजार भाजपा नेताओं को एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। नड्डा इनसे संवाद करेंगे और पार्टी की रीति-नीति के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार के कामकाज को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान भी करेंगे। 11 मई को वे हनुमानगढ़ आएंगे और यहां जिलों में बने कार्यालयों का लोकार्पण करेंगे।

बीकानेर संभाग की 24 में से भाजपा के पास दस सीटें
बीकानेर संभाग में विधानसभा की कुल 24 सीटें हैं। इनमें से दस पर भाजपा के विधायक हैं। बीकानेर जिले की सात सीटों में से तीन, चूरू की छह में से दो, श्रीगंगानगर की छह में से तीन और हनुमानगढ़ की पांच में से दो भाजपा के पास है। वहीं इन चारों जिलों की 11 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। बाकी की तीन सीटों में से दो पर सीपीआइएम और एक पर निर्दलीय विधायक हैं।

उपचुनाव में भी भाजपा को ही लगा झटका
चूरू जिले की सुजानगढ़ विधानसभा सीट पर 2021 में उपचुनाव हुआ था। इस सीट भी भाजपा प्रत्याशी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा के 2018 चुनावों में ये सीट कांग्रेस ने 38 हजार से ज्यादा मतों से जीती थी और 2021 में जो उपचुनाव हुए। उसमें भी भाजपा की हार में 2018 के मुकाबले ज्यादा अंतर नहीं आया था। उपचुनावों में भाजपा को यहां 35 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।

आप के आधार का भी होगा आकलन
बीकानेर संभाग के तीन जिले पंजाब की सीमा से लगते हुए हैं। हाल में पंजाब में हुए चुनावों में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है। सीमावर्ती जिलों में भी आप ने बेहतर प्रदर्शन किया था। नड्डा के दौरे से यह भी आकलन करने की कोशिश होगी कि राजस्थान के पंजाब से जुड़े इन सीमावर्ती जिलों में आप का आधार बन रहा है या नहीं।