महाराष्ट्र में बस हादसा, राजस्थान के 2 लोगों की मौत : स्टेयरिंग फैल होने से बस खाई में गिरी, 12 यात्री घायल
जयपुर/सीकर। महाराष्ट्र में सड़क हादसे में राजस्थान के 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं 12 लोग घायल हो गए, इनमें 4 ही हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। घायलों को वहां के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।हादसा शनिवार सुबह साढ़े जलगांव के पास 8 बजे सूरत-नागपुर हाईवे के पास एरांडोल गांव के पास हुआ। हादसे के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। चारों घायल शेखावाटी के रहने वाले हैं, वहीं एक मृतक के बारे में जानकारी सामने आई जबकि एक की शिनाख्त की जा रही है।
नीमकाथाना से शुक्रवार को निकली बस
जानकारी के अनुसार नीमकाथाना से चौधरी यात्रा कंपनी की बस शुक्रवार सुबह 10:30 बजे औरंगाबाद के लिए निकली थी। इस बस को सुबह 11:30 बजे औरंगाबाद पहुंचना था। खंडेला निवासी ड्राइवर बलराम गुर्जर ने बताया कि ‘बॉटल नेक’ के पास आते ही बस का स्टेयरिंग फैल हो गया।
ड्राइवर ने बताया कि स्टेयरिंग फैल होने के बाद बस अनियंत्रित होने लगी। इस दौरान बस के ब्रेक लगाने की भी कोशिश की गई लेकिन बस कंट्रोल नहीं हुई। और, बस नदी के पुल के दीवार से टकराते हुए गड्ढे में गिर गई। इस हादसे में ड्राइवर समेत उदयपुरवाटी निवासी मुकेश उर्फ छोटू गुर्जर और विपिन कुमार घायल हो गए। जबकि मुकेश पुत्र शंकरलाल की मौत हो गई।
घायलों को मौके से जलगांव स्थित मेडिकल कॉलेज हाॅस्पिटल में लाया गया। यहां से इलाज के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किया गया। वहीं 8 अन्य यात्रियों का मौके पर ही प्राथमिक उपचार कर उन्हें दूसरी बस से रवाना कर दिया गया।
सभी काम के सिलिसले में जा रहे थे औरंगाबाद, बोले- पहले भी बच चुके हैं
इस बस में अधिकांश यात्री शेखावाटी के थे। जो घायल हुए वे औरंगाबाद में अलग-अलग जगह पर काम करते थे। हालांकि स्थानीय पुलिस जानकारी जुटा रही है कि ये कौनसी कंपनी में थे। वहीं यात्रियों ने स्थानीय पुलिस को बताया कि सामान्य तौर पर राजस्थान से औरगांबाद का सफर 16 घंटे का है। लेकिन, इससे पहले भी कई बार ये बस 40 घंटे तक का सफर तय कर चुकी है। रास्ते में भी ऐसा लग रहा था कहीं एक्सीडेंट न हो जाए और सुबह ये हादसा हो गया।
घायल बोले- 2 हजार रुपए तक किराया, सिंगल स्लीपर में दो लोग को लाते हैं
इस हादसे में घायल महादेव कुमार प्रसाद ने बताया कि शेखावाटी से सीधे ट्रेन नहीं होने से निजी बस ऑपरेटर्स 2 हजार रुपए तक किराया वसूलते हैं। उन्होंने बताया कि सिंगल स्लीपर पर दो लोगों को लेकर आते हैं। दो बसों के अलावा तीसरा कोई साधन नहीं होने से कई बार मनमाना किराया वसूला जाता है। इतना लंबा सफर होने से कई बार परेशानी भी होती रहती है। हादसे में यदि घायल भी हो जाए तो कोई मुआवजा तक नहीं देता। आरोप लगाया कि कई बार ड्राइवर शराब पीकर भी बस चलाते हैं।