April 23, 2024

10वीं के स्टूडेंट की आंख में फायर : सिर में फंसे छर्रों के कारण ब्रेनडेड; भाइयों को बता रहा था कैसे चलती है एयरगन

कोटा। कोटा में खेल-खेल में चली एयरगन के बाद एक स्टूडेंट का ब्रेनडेड हो गया है। भाइयों को गन चलाने की जानकारी देते हुए गलती से ट्रिगर दब गया और छर्रे बच्चे की आंख में होते हुए उसके सिर में फंस गए। हादसे के बाद नाबालिग को आनन-फानन में घरवाले हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां से बच्चे को जयपुर रेफर कर दिया गया है।
मामला बुधवार दोपहर 3 बजे कोटा के कैथून थाना क्षेत्र के झालीपुरा गांव का है। जानकारी के अनुसार मणिकरण (17) अपने भाइयों को बता रहा था कि एयरगन कैसे चलती है तभी ये हादसा हो गया। अभी मणिकरण की हालत नाजुक बताई जा रही है।
कैथून थाना सीआई महेंद्र मारू ने बताया कि 10वीं में पढ़ने वाला मणिकरण अपने मामा के लड़कों व घर के दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था। उसके पिता परविंदर सिंह ने बताया था कि घर के गेट के पास एक एयर गन रखी हुई थी। बच्चे ने खेल-खेल में वह उठा ली और बच्चों को बताने लगा कि गन कैसे चलती है।
उसे अंदाजा नहीं था कि गन का आगे वाला हिस्सा उसके मुंह की तरफ था। तभी अचानक से ट्रिगर दब गया। और छर्रा आंख में जा घुसा। फायरिंग की आवाज सुन घर की महिलाएं गेट के पास पहुंची तो मणिकरण अचेत पड़ा था। दादा-दादी ने मणिकरण के पिता को इसके बारे में जानकारी दी।

जयपुर में एडमिट
परविंदर सिंह ने बताया कि वह घर पहुंचा तो मणिकरण कुछ बोल नहीं पा रहा था। उसे कोटा लेकर आए। यहां एडमिट किया तो पता चला गन का छर्रा आंख से होते हुए दिमाग तक जा पहुंचा है। उसकी हालत देखते हुए उसे जयपुर के SMM हॉस्पिटल रेफर किया गया है। मणिकरण का परिवार खेती करता है। इस हादसे के बाद परिवार के दूसरे बच्चे भी डरे हुए हैं।

डॉक्टर बोले- ब्रेनडेड जैसी कंडीशन
वहीं, इस मामले में एमबीएस हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर नीरज देवंदा ने बताया कि रात को उनकी यूनिट की टीम के डॉक्टर ने चेक किया था। छर्रा ब्रेन में चला गया था। न्यूरो सर्जन को मौके पर बुलाकर चेक करवाया था। ब्रेन डेड होने जैसी कंडीशन होने पर उन्होंने ऑपरेशन की उम्मीद से इनकार कर दिया और परिजनों को भी इसके बारे में बता दिया था।