April 25, 2024

भरतपुर. यौन उत्पीडऩ की शिकायत का निपटारा और तबादला नहीं करने की एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गुरुवार सुबह मुख्य डाकघर सब डिवीजन के सहायक अधीक्षक को गिरफ्तार किया है। रिश्वत राशि सहायक अधीक्षक ने अपने निवास पर बुलाकर ली थी। जहां पर एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ लिया और बाद में आरोपी को मुख्य डाकघर लेकर आई। शिकायतकर्ता भी मुख्य डाकघर में मेल ओवरसीयर है। उसका आरोप है कि षड्यंत्र रचकर उसके खिलाफ महिला से शिकायत करवाई और फिर निपटारे के लिए 50 हजार रुपए की डिमाण्ड की गई। जबकि यौन उत्पीडऩ जैसा कोई मामला नहीं है। कार्रवाई से डाकघर में हड़कंप मच गया और अधिकारी इधर-उधर हो गए। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि मुख्य डाकघर में मेल ओवरसीयर करतार सिंह कटारा ने चौकी पर शिकायत दी थी। इसमें बताया कि परिवादी के खिलाफ दुव्र्यवहार संबंधी विभागीय जांच को बंद करवाने और शिकायत के आधार पर तबादला नहीं करने के लिए मुख्य डाकघर में कार्यरत सहायक अधीक्षक कपूरचंद वर्मा अन्य अधिकारियों के नाम पर 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। एसीबी ने 15 सितम्बर को सत्यापन कराया जिसमें शिकायत सही मिली। इस दौरान सहायक अधीक्षक वर्मा 30 हजार रुपए पर लेने पर राजी हो गया। सहायक अधीक्षक ने परिवादी कटारा को गुरुवार सुबह अपने निवास दीनदयाल नगर कॉलोनी पर बुलाया। जहां पर सहायक अधीक्षक को रंगे हाथ 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ लिया। बाद में कार्रवाई के लिए उसे पाईबाग स्थित मुख्य डाकघर लेकर आए। कार्रवाई में रीडर हरमान सिंह, कांस्टेबल जितेन्द्र ङ्क्षसह, सुशील कुमार, भोजराम, परसराम, राजेन्द्र, सत्यपाल, सुरेश, कल्पना, दिलीप, कनिष्ठ सहायक आरती शामिल थे।