March 28, 2024

पेपर लीक मामले में जालोर का गिरफ्तार : पुलिस ने गोपनीय तरीके से की कोर्ट में पेशी, पटवारी ने भूपेन्द्र से 8 लाख में खरीदा

उदयपुर। सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में उदयपुर पुलिस ने मंगलवार को एक पटवारी को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार गमाराम खिलेरी विश्नोई पिता पुनमा राम विश्नोई निवासी मालवाड़ा जालोर को गिरफ्तार किया है। जो जालोर जिले के हरियाली पटवार मंडल में पटवारी के पद पर कार्यरत है। आरोपी पटवारी को उदयपुर पुलिस ने मंगलवार शाम को गोपनीय तरीके से कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 3 मार्च तक के लिए रिमांड पर भेज दिया।
पूछताछ में पटवारी ने बताया कि उसने भूपेन्द्र सारण से 8 लाख रुपए में पेपर खरीदा था, जिसे बाद में अभ्यर्थियों को बेचा गया। इसमें एक सुनील विश्नोई पुत्र रघुनाथराम विश्नोई नाम का अभ्यर्थी 24 दिसम्बर 2022 को पेपर सॉल्व कराते हुए पकड़ी गई बस में सवार था।

सारण और उपाध्याय ने पूछताछ में बताया था पटवारी का नाम
पेपर लीक मामले में पकड़े जा चुके मुख्य सरगना भूपेन्द्र सारण और उसके सहयोगी राजीव उपाध्याय ने ही पुलिस पूछताछ में पटवारी की भूमिका होने का खुलासा किया। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि पटवारी की भूमिका अभ्यर्थियों को एकत्रित करने और पेपर बेचने में शामिल थी।

अब 40 लाख में भूपेन्द्र को पेपर बेचने वाले शेरसिंह की तलाश
उदयपुर पुलिस को अब मुख्य सरगना सरकारी टीचर अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा की तलाश है। इसके लिए पुलिस की टीमें दिन-रात जयपुर, जालोर, बाडमेर में दबिश दे रही हैं जांच में जुटी है। हाल ही रिमांड पर चल रहे भूपेन्द्र सारण ने ही पूछताछ में बताया था कि सरकारी टीचर शेरसिंह मीणा से उसने 40 लाख रुपए में पेपर लिया था। इसके बाद 5-5 लाख रुपए में अन्य अभ्य​​र्थियों को यह पेपर बेचा गया। बता दें, राजस्थान एटीएस-एसओजी ने 23 फरवरी को बड़ी कार्रवाई करते हुए भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर शाम करीब साढ़े बजे पकड़ा था। पिछले छह दिनों से पुलिस बेंगलुरु में कैंप कर रही थी। भूपेंद्र पर एक लाख का इनाम घोषित है।

57 में से 44 आरोपियों की हो चुकी है जमानत
मामले में अब तक पकड़े गए कुल 57 आरोपियों में से 44 की कोर्ट से जमानत हो चुकी है। हालांकि सुरेश विश्नोई फिलहाल पुलिस रिमांड पर है। इन आरोपियों की जमानत मिलने पर उदयपुर पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर की धाराओं पर सवाल उठे थे। इसके बाद एडिशनल एसपी चन्द्रशील ठाकुर और मुकेश साांखला ने आरोपियों की जमानत रद्द करने के लिए हाइकोर्ट में याचिका पेश की थी। इसके बाद कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए जमानत पाने वाले सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।

यह है मामला
उदयपुर पुलिस ने गोगुंदा हाईवे पर 24 दिसंबर 2022 की सुबह एक बस में अभ्यर्थियों को नकल करते पकड़ा था। इसमें आरोपी सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश विश्नोई और भजनलाल विश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहे थे। सुरेश विश्नोई ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसे भूपेंद्र सारण ने ही वॉट्सऐप पर पेपर भेजा था। इसके बाद पुलिस ने इसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश देते हुए तलाश शुरू कर दी थी।