March 28, 2024

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल गिरफ्तार, 9 साथी भी पकड़े : मोहाली में तलवारें लेकर उतरे निहंग, पंजाब में इंटरनेट बंद; अलर्ट के साथ कई जिलों में धारा 144

अमृतसर। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 9 साथियों को पंजाब पुलिस ने शनिवार को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारियां अजनाला थाने पर हमले से जुड़े केस में की गईं।
अमृतपाल के 6 साथियों को शनिवार दोपहर जालंधर से मोगा की तरफ जाते समय पकड़ा गया। यहां पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर भाग निकला। पुलिस की करीब 100 गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद उसे जालंधर के नकोदर एरिया से दबोच लिया। हालांकि उसकी गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। 2 लोगों को अमृतसर और एक को मोगा में उसके खेतों से गिरफ्तार किया गया।
इस बीच माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते पंजाब में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। राज्य में रविवार दोपहर 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद रहेगी। समूचे पंजाब में पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। हालांकि इसकी वजह 19 और 20 मार्च को अमृतसर में होने वाला G20 देशों का सम्मेलन बताया जा रहा है।
उधर अमृतपाल की गिरफ्तारी के विरोध में मोहाली में प्रदर्शन शुरू हो गया। यहां चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर लगे इंसाफ मोर्चा में मौजूद लगभग 150 निहंग नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़क पर उतर आए।

मोहाली में निहंगों ने एयरपोर्ट रोड जाम की
उधर अमृतपाल की गिरफ्तारी के विरोध में मोहाली में प्रदर्शन शुरू हो गया। यहां चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर लगे इंसाफ मोर्चा में मौजूद लगभग 150 निहंग हाथों में नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़क पर उतर आए। यह लोग अमृतपाल को रिहा करने के लिए नारेबाजी करते हुए चंडीगढ़ की तरफ बढ़ने लगे और रोके जाने पर एयरपोर्ट रोड जाम कर दी। पंजाब पुलिस के जवानों ने इनके चारों तरफ घेरा डाल लिया।
चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर इसी इंसाफ मोर्चे में शामिल निहंगों और पुलिस के बीच 8 फरवरी 2023 को हिंसक झड़प हो गई थी जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए थे।

जालंधर-मोगा पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।
शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में उसके प्रोग्राम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे।
इस प्रोग्राम से पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी। इसके लिए आसपास के कई जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स बुला ली गई। जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।
शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे जैसे ही अमृतपाल का काफिला जालंधर के मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया गया। अमृतपाल की मर्सिडीज कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई।

अमृतपाल ने की समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील
पुलिस को गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के 6 साथियों से कई हथियार मिले हैं। इन्हें जालंधर के मैहतपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। अमृतपाल का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया। इसमें अमृतपाल गाड़ी की अगली सीट पर बैठा नजर आ रहा है और अपने समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील कर रहा है। गाड़ी में मौजूद अमृतपाल के समर्थक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिस उनके पीछे लगी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद पुलिस ने अमृतपाल को नकोदर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।