March 29, 2024

एमबीए की युवती का छठी पास युवक से प्यार, शादी और फिर…, लव स्टोरी का दुखद अंत

जयपुर। राजधानी जयपुर के मुहाना थाना अंतर्गत यूनिक सफायर अपार्टमेंट में रहने वाली एक बैंक की मार्केटिंग मैनेजर सुरभी कुमावत (30) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सुरभी ने अपने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या की।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना के बाद बताया कि फंदे से लटकते समय महिला के घुटने नीचे बिस्तर पर टिके थे। घटना स्थल पर पीहर व ससुराल पक्ष के लोग एकत्र होने और माहौल बिगडऩे पर फोटो व वीडियो ग्राफी करवाकर शव को एफएसएल टीम के आने से पहले महात्मा गांधी हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
बैंक की मार्केटिंग मैनेजर की संदिग्ध मौत ने पुलिस के साथ अपार्टमेंट में रहने वाले लोग भी चौक गए। सुसाइड के इस हाईप्रोफाइल केस में सबसे महत्वपूर्ण पहलू सुरभी की लव स्टोरी है। सुरभी एक पढ़ी-लिखी और वैल सेटल्ड युवती थी। सुरभी ने कनोडिया कॉलेज से बीएससी और फिर मानसरोवर स्थित आइआइआइएम से एमबीए किया था। वर्ष 2015 में सुरभी की बैंक में नौकरी लग गई थी। वहीं उसका पति साहिद अली छठी पास है। वह घर में बेटी को संभालता है।

गर्लफ्रेंड के जरिए दोस्ती
पुलिस पूछताछ में साहिद ने बताया कि करीब 14 वर्ष पहले उसका पानी का प्लांट था और सुरभी गोपालपुरा स्थित एक कोचिंग में पढऩे आती थी। वह गलता गेट से अपने एक दोस्त के पास यहां आता था। उस समय उसकी रूची गुप्ता (परिवर्तित नाम) गर्लफ्रेंड थी। रूची की बहन के दोस्त के जरिए सुरभी से मुलाकात हुई। दोनों एक दूसरे का पसंद करने लगे। वर्ष 2015 में सुरभी की बैंक में नौकरी लग गई। तब वर्ष 2016 में उन्होंने गाजियाबाद जाकर आर्य समाज में प्रेम विवाह किया। शादी के बाद साहिद ने अपने नाम के आगे से अली शब्द हटा लिया। बाद में पत्नी के लिए परिवार को छोड़कर अलग रहने लगा। वह बेटी के जन्म के बाद उसकी देखभाल करने के लिए काम भी नहीं कर रहा था।

यह लिखा सुसाइड नोट में : मुझे कोई नहीं समझता
पुलिस को कमरे में सुरभी का लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था कि मुझे कोई नहीं समझता है, हर कोई आहत करना चाहता है। मैं सिर्फ खुश रहना चाहती हूं और मैं किसी की जिंदगी में परेशानी भी नहीं बनना चाहती। मेरा खुद का पति मुझसे नफरत करता है और मुझे छोडऩे की धमकी देता है। मेरा इस्तेमाल स्वार्थ के लिए किया गया। मैं जा रही हूं सब छोड़कर… मुझे दुख है कि बेटी मैं तुझे नहीं देख पाउंगी।