April 16, 2024

5 दिन से भूखी मां-बेटी ट्रेन के आगे कूदीं : इंजन और दो डिब्बे गुजरे; पति छोड़कर कहीं चला गया

उदयपुर। उदयपुर में मां-बेटी कुम्हारों का भट्टा से गुजर रहे रेलवे ट्रैक पर गईं। शुक्र रहा कि ट्रेन इंजन और 2 डिब्बे ऊपर से गुजरने के बाद भी महिला और उसकी 6 साल की बेटी बच गईं। घटना मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे की है।
संयोग रहा कि सिटी स्टेशन से बड़ीसादड़ी के लिए रवाना हुई इस ट्रेन ने रफ्तार नहीं पकड़ी थी। लोको पायलट ने महिला को ट्रैक पर कूदते देखकर ब्रेक लगा दिया। हालांकि इसके बावजूद ट्रेन के नीचे आने से मां-बेटी घायल हो गईं।
मां-बेटी की कहानी और भी झकझोरने वाली है। मां-बेटी जोधपुर निवासी गणपत नाम के किसी युवक के साथ यहां कुम्हारों का भट्टा इलाके में किराए से रहती थीं। गणपत मजदूरी करता था। वह लौटकर आना बताकर कहीं चला गया था। उसका इंतजार कर रही मां-बेटी 5 दिन से भूखी थीं।

रेलवे ट्रैक की बीच फंसीं मां-बेटी
पुलिस के मुताबिक घायल भंवरी बाई का पति गणपत जोधपुर का रहने वाला है। भट्टा क्षेत्र में वीरान जगह देख महिला बच्ची को लेकर ट्रैक पर कूद गई। जैसे ही ट्रेन रुकी, दोनों के ऊपर तीसरा डिब्बा था। इससे उतरे यात्री संजय बड़ाला ने दोनों को तुरंत ट्रैक से बाहर निकाला। फिर लोको पायलट और दूसरे यात्रियों की मदद से उन्हें ट्रेन में लिटाया। राणा प्रतापनगर स्टेशन से दोनों को एंबुलेंस के जरिए एमबी अस्पताल पहुंचाया गया।

रोती बिलखती भंवरी बार-बार पति को बुलाने के लिए कह रही
अस्पताल में भी रोती-बिलखती भंवरी बार-बार पति को बुलाने के लिए कह रही थी। उसने बताया कि उसने गणपत से भागकर शादी की थी। इसके एक साल बाद सीमा का जन्म हुआ। कुछ समय पहले ही गणपत दोनों को उदयपुर में छोड़ गया था। मां-बेटी जैसे-तैसे दिन काट रहे थे।

महिला ने एक नंबर भी दिया, उस पर कॉल उठाना ही बंद
महिला ने एक मोबाइल नंबर भी दिया। जीआरपी ने इस पर कॉल किया, लेकिन पूरी घटना सुनने के बाद अगले ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। फिर कॉल उठाना ही बंद कर दिया। इधर, सीमा रह-रहकर मां को पुकार रही थी। दर्द से उसके आंसू नहीं रुक रहे थे।

पीड़ित महिला की मां ने बताई पूरी कहानी…
भंवरी की मां हुड़ली बाई ने बताया- भंवरी (28) की 8 साल पहले झाड़ोल में सलदटी के रहने वाले बाबूलाल डामोर से शादी हुई थी। दोनों के दो बेटियां सीमा (6) और खुशी (5) हैं। करीब 5 साल पहले बाबूलाल की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद भंवरी अहमदाबाद चली गई थी। वहीं पर मजदूरी करती थी। वहीं, एक व्यक्ति के साथ लिव इन रिलेशन में थी।
2 साल अहमदाबाद रहने के बाद भंवरी ने उस युवक को छोड़ दिया। फिर उदयपुर आ गई। यहां किसी गणपत नाम के युवक के साथ रहने लगी। गणपत भी मजदूरी का काम करता था। कुछ दिन पहले गणपत से पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था। वो पैसे नहीं देता था। भंवरी सीमा को लेकर घर से निकल गई। फिर मंगलवार को ट्रैक पर कूद गई। इस दौरान खुशी मेरे साथ गांव में थी।
हुड़ली बाई ने बताया कि- भंवरी कभी हमारे साथ झाड़ोला के गौरन में रहती थी तो कभी किसी युवक के साथ। पूरे लॉकडाउन में हमारे साथ ही थी। फिर गणपत के साथ चली गई थी।

महिला के सिर पर लगी चोट
भंवरी फिलहाल एमबी अस्पताल के न्यूरोलॉजी वार्ड में भर्ती है। सिर पर चोट लगने से कुछ बोल नहीं पा रही। बच्ची भी घायल है।

बहन से बात करते हुए कूदी
परिवार ने बताया कि ट्रैक पर कूदने से पहले भंवरी ने छोटी बहन खुशबू को फोन किया था। इस दौरान भी कुछ नहीं बताया। नॉर्मल बात की थी। फिर अचानकर फोन बंद हो गया। परिवार को लगता है कि भंवरी फोन पर बात करते हुए ही ट्रैक पर कूद गई।
करीब 2 घंटे बाद पुलिस ने फोन कर भंवरी की बहन खुशबू को बताया। फिर उसने अपनी दूसरी बहन कमला को जानकारी दी। इसके बाद कमला के पति सोहन ने घरवालों को बताया। भंवरी के कुल चार बहनें और एक भाई है।