March 28, 2024

बागेश्वर धाम के शास्त्री और कथा मर्मज्ञ देवकीनंदन पहुंचे उदयपुर : दोनों ने कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र किया, धीरेन्द्र शास्त्री बोले-घर-घर कन्हैया बैठा है

उदयपुर। भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति व नगर निगम के साझे में नव संवत्सर के उपलक्ष्य में गुरुवार को गांधी ग्राउंड में कार्यक्रम हुआ। इसमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि एक कन्हैया धोके से जरूर चला गया, अब घर-घर कन्हैया बैठा है। शास्त्री ने अपने भाषणों में कई बार हिंदु राष्ट्र की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि कुम्भलगढ़ किले में जो 100 हरे झंडे लगे हैं उन्हें हटाकर भगवा लगाना है।
वहीं, कथा मर्मज्ञ पंडित देवकीनंदरन ठाकुर ने भी उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि क्या दोष था टेलर कन्हैयालाल का। सिर्फ ये कि उसने एक वकतव्य का समर्थन कर दिया। समर्थन करने पर ये तालिबानी सोच महाराणा प्रताप की भूमि पर आखिर कैसे पहुंच गई। अभी तक कन्हैया के हत्यारों को सजा क्यों ​नहीं मिली। वो कैसे जिंदा है।

मेवाड़ का घोड़ा चेतक और हाथी रामप्रसाद भी वीर होता है: धीरेन्द्र शास्त्री
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि मेवाड़ वो धरा है जहां की माता-बहने ही नहीं, घोड़ा चेतक और रामप्रसाद नाम का हाथी भी वीर होता है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अफगानिस्तान देश में भी हिंदू निवास करते थे, यह देश महाराव बप्पा रावल के समय बसा था। उन्होंने मेवाड़ की हाडी रानी के खुद के ​सिर काटने के ​बलिदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बप्पारावल, नागभट्ट, कुलकेसी जैसे राजाओं ने मिलकर 60 हजार अरबों की सेना को परास्त कर ईरान भेज दिया था। तुम्हारे अंदर भी अगर ये खून है तो धर्म विरोधी को बाहर भेजना होगा।

दो कौड़ी की राजनीति में करोड़ों का आध्यात्म बर्बाद नहीं करता: शास्त्री
उन्होंने कहा कि जिन्हें भारत में रहने में डर लगता हो, राम की यात्रा में पत्थर फेंकने में अच्छा लगता हो, पालघर के संतों की हत्या की जाती हो, ऐसे कृत्य करने वालों को भारत में रहने की आवश्यकता है। भारत में रहना है तो सीता-राम कहना होगा। वे आगे बोले, मैं कोई राजनीति करने या चुनाव लड़ने नहीं आया। मैं दो कोड़ी की राजनीति में करोड़ों का आध्यात्म बर्बाद नहीं करता।