खाजूवाला को बीकानेर में शामिल करने के लिए आंदोलनकारियों ने फिर बंद करवाए बाजार,अब हर रोज होगा उग्र प्रदर्शन
बीकानेर। खाजूवाला एवं छत्तरगढ उपखण्ड को बीकानेर जिले में यथावत रखने की मांग को लेकर बुधवार को 52वें दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान राज्यपाल के नाम का ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को सौंपा गया। इस दौरान मंडी का बाजार भी बंद रहा।
बुधवार को उपखण्ड अधिकारी खाजूवाला की ओर से आवंटन सलाहकार समिति की बैठक रखी गई। भारी पुलिस जाब्ता व फोर्स बुलाकर किसानों व आमजन के विरोध के बावजूद आवंटन सलाहकार समिति की बैठक करवाई गई। इस दौरान आंदोलनकारियों की एसडीएम से नोक-झोंक भी हुई। इस पर खाजूवाला बचाओ संघर्ष समिति ने रणनीति तैयार कर आन्दोलन को उग्र करने का फैसला लिया और बुधवार को बाजार बन्द रखा गया। आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार से मांग है कि मांग को शीघ्र से शीघ्र पूरा किया जाए। अन्यथा आन्दोलन को और उग्र किया जाएगा।
उपखण्ड अधिकारी के साथ आन्दोलनकारियों की नोक-झोंक
खाजूवाला-छत्तरगढ बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहे धरना-प्रदर्शन के 52वें दिन भी कोई समाधान नहीं होने पर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देने के लिए आन्दोलनकारी उपखण्ड कार्यालय पहुंचे, तो ताला लगा था। ऐसे में आन्दोलनकारियों ने नारेबाजी करते हुए प्रशासन पर आरोप लगाया कि जान बूझकर तालाबन्दी की गई है। थानाधिकारी रामप्रताप वर्मा ने ताला खुलवाया तथा उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देने की बात कही।
आन्दोलनकारी इस बात पर अड़ गए कि उपखण्ड अधिकारी मुख्य द्वार पर ही आकर ज्ञापन लें। उपखण्ड अधिकारी के मना करने पर आन्दोलनकारियों ने उपखण्ड कार्यालय के अन्दर पहुंच कर ज्ञापन दिया और प्रशासन का रवैया आन्दोलनकारियों के प्रति अच्छा नहीं होने का आरोप लगा की काफी देर तक तीखी नोकझोक चलती रही और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि बन्द कमरे में बैठक कर आवंटन सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न करवाई गई जो आमजन के साथ कुठाराघात है। खाजूवाला खाद्य व्यापार संघ अध्यक्ष मोहनलाल सिहाग ने आरोप लगाया कि आमजन को सूचना नहीं दी गई। जबकि सूचना बोर्ड पर की कॉपी चस्पा नहीं की गई।
खाजूवाला को बीकानेर में शामिल करने के लिए आंदोलनकारियों ने फिर बंद करवाए बाजार,अब हर रोज होगा उग्र प्रदर्शन
