April 19, 2024

गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफों को लेकर विधानसभा में हंगामा : धारीवाल बोले- अंदर की स्टोरी आप नहीं जानते, राठौड़ ने कहा- हाईकोर्ट में मिलूंगा

जयपुर। पिछले साल 25 सितंबर को सीएम अशोक गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे देने के मामले की गूंज बुधवार को विधानसभा में सुनाई दी। स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान इसका जिक्र आने पर विवाद हाे गया। बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की तंजनुमा तारीफ करते हुए उन्हें ताकतवर, तेज तर्रार मंत्री बताया। साथ में, हाईकमान को आंख दिखाने का जिक्र किया। सभापति जेपी चंदेलिया ने कांग्रेस हाईकमान पर किए कमेंट को सदन की कार्यवाही से डिलीट करवा दिया। इस मामले में सदन में जमकर नोकझोंक हुई।

धारीवाल बोले- अंदर क्या हुआ था आपको नहीं पता
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- एक शक्तिशाली व्यक्ति को शक्तिशाली कह दिया तो क्या गुनाह कर दिया? यह पास में बैठे मंत्री इनसे जल रहे हैं। इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- मेरे द्वारा किए गए काम को आप यहां डिस्कस नहीं कर सकते। अंदर क्या हुआ था? यह आपको मालूम नहीं है। गलत बात है। आप गलत बोल रहे हैं। इस पर उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा- मुझे सब पता है। आप मुझे चुनौती मत दो। मैं हाईकोर्ट में मिलूंगा। इस तरह से सदन की कार्यवाही से डिलीट करेंगे तो फिर हम यहां क्या बोलेंगे?

मंत्री कल्ला बोले- हम हाईकमान के भक्त
शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने ज्ञानचंद पारख को टोकते हुए कहा- ये बार-बार हमारे हाईकमान के बारे में बोल रहे हैं। इन्होंने हाईकमान के बारे में कैसे बोला? हम हाईकमान के भक्त हैं। उनके कहने को हम मानते हैं।

बीजेपी विधायक ने कहा- धारीवाल दबंग, तेजतर्रार मंत्री
विवाद की शुरुआत अनुदान मांगों पर बहस के दौरान पाली से बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख के 25 सितंबर की घटना का जिक्र करते हुए शांति धारीवाल की तारीफ से हुआ। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से कहा- आप सबसे तेजतर्रार, होशियार और दबंग मंत्री हैं। 137 साल पुरानी कांग्रेस के इतिहास में किसी नेता ने दबंगता दिखाई, वो आप हैं। इसने हाईकमान के फैसले को बदलने का साहस किया। आपने हाईकमान को फिर पीछे खींचने के लिए मजबूर किया। आपने आंख झुका कर नहीं। हाईकमान को आंखें तानकर अपनी ताकत का भी परिचय दिया। आप हाईकमान से इतनी सख्ती से पेश आ सकते हैं तो आपके पीछे छोटे-मोटे कर्मचारी बेखौफ हो गए हैं। उन्हें ठीक कीजिए। जब भी सरकार की कुर्सी पर संकट आया आपने संकटमोचक का काम किया। जब-जब सरकार के ऊपर भी संकट आया। मैं गवाह हूं। मैंने तीन मामले देखे हैं। आपने जिस तरह सरकार को प्रोटेक्ट किया है, उसकी तारीफ करता हूं।

धारीवाल बोले- कांग्रेस की राजनीति में रुचि है तो इधर आ जाइए

यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने पारख से कहा- कांग्रेस की राजनीति में आपकी रुचि है तो इधर आ जाइए। पारख ने कहा- मैं तो आपको आपकी ताकत का अहसास करवा रहा हूं। विधानसभा के अंदर भी और बाहर कांग्रेस जब भी कटघरे में खड़ी हुई। आपने कितनी सफाई से बाहर निकाल दिया, लेकिन अफसर कर्मचारी आपकी क्यों नहीं मान रहे।

पारख के कमेंट्स डिलीट करने पर विवाद
सभापति ने हाईकमान से जुड़े कमेंट्स को सदन की कार्यवाही से डिलीट करवाने के आदेश दिए तो उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस पर आपत्ति की। राठौड़ ने कहा- एक ताकतवर मंत्री को उसकी ताकत का अहसास करवाने में असंसदीय क्या है। मंत्री मर्दों का प्रदेश कह दे तो चलता है। हम क्या बोलेंगे फिर। इसमें असंसदीय बात क्या है। सभापति जेपी चंदेलिया ने कहा- विषय से हटकर था इसलिए डिलीट कर दिया।

रंधावा के बयान के जिक्र पर हंगामा, दुर्योधन और कृष्ण से तुलना
ज्ञानचंद पारख ने कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के पीएम मोदी को मारने वाले बयान का जिक्र करते हुए महाभारत में कृष्ण और दुर्योधन का उदाहरण देते हुए तल्ख कमेंट किए। इस पर सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति की तो उनके कमेंट डिलीट करने के आदेश दे दिए। दूसरी बार कमेंट डिलीट करने पर बीजेपी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई।

अनुदान मांगों पर बहस के दौरान रफीक खान के कमेंट पर हंगामा
विधानसभा में स्वायत्त शासन की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस ​विधायक रफीक खान के कमेंट पर हंगामा हुआ। रफीक खान ने बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी के जयपुर मेयर रहते हुए बीवीजी कंपनी को सफाई का ठेका देने का जिक्र किया। रफीक खान ने कहा- बीजेपी ने जयपुर नगर निगम में ठेका प्रणाली को बढ़ावा दिया। सांगानेर से आने वाले विधायक तब मेयर थे। इस पर बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने आपत्ति करते हुए कहा कि आप रामगंज चौपड़ पर नहीं हैं। इस तरह नौसिखिया तरीके से बात नहीं करनी चाहिए। मेरे कार्यकाल से पहले हुए फैसले का आधार बनाकर आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। लाहोटी ने कहा- आरोप लगा रहे हैं तो एफिडेविट दीजिए, खड़े होकर कुछ भी बोलने से काम नहीं चलेगा। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इनकी तैयारी नहीं है तो अनर्गल आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए।