May 17, 2024

राजस्थानी चिराग रिपोर्टर
बीकानेर। पीबीएम अस्पताल में बुधवार को कांग्रेस पार्षदों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई मारपीट का मामला अब जबदरस्त तूल पकड़ गया है। इस प्रकरण को लेकर सुरक्षा गार्ड की ओर से कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ पहले ही सदर थाने में केस दर्ज करवाया जा चुका है,वहीं कांग्रेसी खेमे के पार्षद मनोज जनागल ने भी गुरूवार को पीबीएम सुरक्षा कर्मियों पर जातिसूचक गालिया निकालने और हमलेबाजी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया है। जनागल का आरोप है कि बुधवार को हम पार्षदगण पीबीएम होस्पीटल की चिकित्सीय अव्यवस्थाओं को लेकर अधीक्षक को ज्ञापन देने गये थे,जहां डॅयूटी पर तैनात सुरक्षा अधिकारी प्रभूसिंह, लीलाधर, मांगीलाल और राजेन्द्र सियाग समेत अन्य सुरक्षा गार्डो ने मुझे और मेरे साथी पार्षद मनोज नायक को जातिसूचक गालिया निकालकर जलील कर हमला कर दिया। इधर प्रकरण को लेकर पीबीएम होस्पीटल सुरक्षाकर्मियों का शुक्रवार को तीसरे दिन भी पीबीएम में कार्य बहिष्कार जारी रहा। वहीं दूसरी ओर राजस्थान मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से मिला और उन्हें चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया। चिकित्सकों ने बताया कि पार्षद व उनके साथ आए लोगों ने सुरक्षाकर्मियों और चिकित्सा स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया। अधीक्षक से भी अभद्रता की कोशिश की। वर्तमान में कोरोना के चलते हालात विकट है। इन विकट परिस्थितियों में चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी, सुरक्षाकर्मी अपनी जान की परवाह न करते हुए काम कर रहे हैं लेकिन चंद लोगों के कारण उनका मनोबल टूट रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन आंदोलन करेंगे। प्रतिनिधि मंडल में एसोसिएशन बीकानेर ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी, डॉ. अभिषेक बिन्नाणी, डॉ. कांता भाटी, डॉ. जितेन्द्र आचार्य, डॉ. श्शंकरलाल जाखड़ आदि शामिल थे। जानकारी में रहे कि बुधवार को पार्षद मनोज विश्रोई, प्रफुल्ल हटीला, चेतना चौधरी, पारस मारु बुधवार दोपहर में साथी पार्षद यूनुस अली अधीक्षक को ज्ञापन देने जा रहे थे। इस दरम्यिान सुरक्षाकर्मी ने उन्हें रोक लिया। इस बात को लेकर हंगामा हुआ। सुरक्षाकर्मी व पार्षदों में हाथापाई हो गई।