May 20, 2024

बीकानेर. रेलवे निजीकरण के विरोध में भारतीय रेलवे मजदूर संघ के आह्वान पर मंगलवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ द्वारा पूरे उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन के सभी स्टेशनों पर विरोध-प्रदर्शन किया गया। इसी क्रम में बीकानेर रेलवे स्टेशन पर रेल कर्मचारियों द्वारा विरोध-प्रदर्शन कर निजीकरण का विरोध किया। उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बड़ी तेजी के साथ रेलवे प्राइवेटेजशन की तरफ बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि रेलवे 12 कलस्टर से 109 रूटों पर 151 गाडिय़ों को प्राइवेटेजशन कर रहा है जिससे रेलवे कर्मचारियों के लिए काला दिन हो रहा है।

उन्होंने बताया कि रेलवे प्राइवेटेजशन को लेकर रेलवे की यह शुरूआत है हालांकि गाडिय़ां तो अप्रैल 2022 से चलेगी लेकिन इसकी तैयारी जोरों पर है। रेलवे के इसी विरोध में भारतीय रेलवे मजदूर संघ के महामंत्री अशोक कुमार शुक्ला ने रेलवे के जितने मान्यता प्राप्त संगठन या एसोसिएशन है सभी को पत्र के माध्यम से इस संघर्ष दिवस में शामिल होने का आग्रह किया है। जिसमें चार एसोसिएशन ने अपनी सहमति देते हुए इस संघर्ष में शामिल होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के रेल मंत्रालय के इस जन विरोधी निर्णय के विरोध में आज रेल कर्मचारियों ने यह विरोध-प्रदर्शन किया है। त्रिपाठी ने बताया कि अगर रेलवे के सभी संगठन व एसोसिएशन मिलकर इस लड़ाई को लड़ी जाए तो केन्द्र सरकार को रेल कर्मचारियों के सामने झुकना पड़ेगा।