May 13, 2024

डोडा-पोस्त तस्करों को छोड़ने का मामला : बर्खास्त एसएचओ सीमा जाखड़ को जेल भेजा

सिरोही। डोडा-पोस्त के दो तस्करों से लाखों की डील कर उन्हें छोड़ने के आरोप में गिरफ्तार बर्खास्त एसएचओ सीमा जाखड़ को सोमवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे 15 दिन के न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।
सीमा को पुलिस रविवार को ही जोधपुर से पकड़कर सिरोही के सरूपगंज थाने ले आई थी। पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्रसिंह यादव के अनुसार मामले में जोधपुर निवासी बर्खास्त सब इन्सपेक्टर सीमा जाखड़ को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। सीमा जोधपुर में ही होने की सूचना पर सिरोही पुलिस की टीम जोधपुर भेजी गई। पर, वह जोधपुर स्थित अपने घर पर नहीं मिली। आखिरकार लोकेशन के आधार पर उसे जोधपुर शहर से हिरासत में ले लिया गया। जोधपुर से सिरोही के सरूपगंज थाने लाया गया। वहां पूछताछ के बाद रविवार शाम को उसे गिरफ्तार किया गया। सीमा को डोडा-पोस्त की तस्करी में लिप्त तस्करों को डील कर छोडऩे व उन्हें भागने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

सीमा इस कारस्तानी से आईं एसपी के रडार पर
दरअसल, पिछले साल 14 नवम्बर की रात आठ बजे तत्कालीन बरलूट थानाधिकारी सब इन्सपेक्टर सीमा जाखड़ ने गुजरात नम्बर की एक लग्जरी कार से तस्करी के डोडा-पोस्त की खेप पकड़ी थी। पर, खेप पकडऩे की इस कार्रवाई को थाने में 15 नवम्बर की सुबह 5.50 बजे की बताई गई थी। रोजनामचे में सुबह 4.50 बजे नाकाबंदी के दौरान जावाल नदी से डोडा-पोस्त लदी कार की सूचना मिलनी बताई गई। फिर सुबह 5.10 बजे थाने से रवानगी दिखाई।
सुबह 5.50 बजे गुजरात नम्बर की लग्जरी कार आने व नाकाबंदी तोड़कर भागने तथा पीछा कर डोडा-पोस्त भरी कार को पकडऩे व उसमें सवार तस्करों के फरार होने की बात बताई गई। जब पुलिस को इस बात की भनक लगी तो प्रकरण में जांच करवाई गई। जांच में यह बात सामने आई कि बरलूट पुलिस ने जावाल नदी में नाकाबंदी से फरार तस्करों की कार पीछा कर पकड़ी थी। कार में सवार एक आरोपी रमेश फरार हो गया था, जबकि दूसरे आरोपी दिनेश खींचड़ को पुलिस ने रेस्तरां-ढाबा से पकड़ लिया था। बाद में उसे जावाल-बरलूट नदी के पुल पर नाकाबंदी में निजी बस रोककर उसमें बैठाकर भगा दिया।