May 18, 2024

पार्षद जेल से छूटे तो निकाला जुलूस : 5 लाख की रिश्वत के मामले में गए थे जेल, जमानत मिलने पर समर्थकों ने निकाली रैली

अलवर। 5 लाख रुपए की रिश्वत के मामले में कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के खास पार्षद नरेंद्र मीणा बुधवार को जेल से बाहर आए। उन्होंने कहा कि फंसाया गया है और दावा किया कि ऐसा करने वालों की पूरी फिल्मी भी सामने आएगी। इसमें मुझे कुछ दिन का समय लगेगा। यह भी कहा कि वह गलत होता तो इतना जन समर्थन साथ नहीं आता। जमानत पर बाहर आने के बाद समर्थकों ने जुलूस निकाला। पार्षद नरेंद्र मीणा को एसीबी ने 17 फरवरी को ट्रैप किया था। 21 फरवरी को जेल भेजा था। 8 मार्च को उनकी हाईकोर्ट से जमानत हुई। उसके बाद 9 मार्च को जेल से बाहर आए हैं। कांग्रेस नेता नरेंद्र के समर्थन में सैकड़ों समर्थक पहुंच गए। बड़ी संख्या में महिलाएं भी आई। महिला व उनके समर्थकों ने कहा कि पार्षद नरेंद्र मीणा को छात्र राजनीति से जानते हैं। उनको फंसाया गया है। वे छोटे से छोटे बच्चों से लेकर बड़ों के काम कराने में आगे रहे हैं।

ये था एसीबी के ट्रैप का मामला
एसीबी की टीम ने दो पार्षद व ठेकेदारों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था। असल में नगर परिषद अलवर में 15 करोड़ रुपए के विकास के कार्य के टेंडर हुए थे। उन टेंडर के एवज में बतौर कमिशन राशि ठेकेदारों के जरिए एकत्रित की जा रही थी। यह सूचना एसीबी को लगी। एसीबी ने दो ठेकेदार व पार्षद नरेंद्र मीणा का पीछा किया। 17 फरवरी को एसीबी को पता लगा कि नरेंद्र मीणा के घर पर ठेकेदारों से कलेक्ट किया 5 लाख रुपए नरेंद्र मीणा के घर पहुंच गया।

फिर नरेंद्र मीणा को गिरफ्त में लिया
इसके बाद नरेंद्र मीणा को एसीबी ने गिरफ्तार किया था। उस समय नरेंद्र मीणा नगर परिषद के पूर्व कमिश्नर कमलेश मीणा के आवास पर थे। बाद में एसीबी नरेंद्र मीणा को खु के घर लेकर आई। वहां से 5 लाख रुपए की राशि जब्त की। इसके बाद से एसीबी मामले की जांच कर रही है। अब नरेंद्र मीणा को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।

समर्थन में कारों का काफिला
अलवर सेंट्रल जेल के बाहर कारों का काफिला पहुंच गया। बड़ी संख्या में नयाबास व आसपास की महिलाएं भीपहुंची। महिलाओं ने कहा कि नरेंद्र मीणा भ्रष्ट नहीं है। उसे फंसाया है। यही बात उनके समर्थक दोहराते रहे। जबकि नरेंद्र मीणा ने कहा कि उसे दो-तीन दिन का समय लगेगा। इस पूरी कहानी को सामने लेकर आऊंगा।