May 3, 2024

बीकानेर। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से दो हजार रूपये की नोटबंदी ने हवाला कारोबार को एक बार फिर तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है । सूत्रों के अनुसार चलन से बाहर हुए दो हजार के नोट की वजह से हवाला कारोबारी संकट में फंस गये है । इसका असर बीकानेर के हवाला कारोबार जगत में देखने को मिल रहा है । इस मामले की पड़ताल में सामने आया है कि साल 2016 से चलन में आने के बाद बाजार से गायब दो हजार के नोटों का चालीस फीसदी से ज्यादा हिस्सा हवाला नेटवर्क में ही इस्तेमाल हो रहा था। बीकानेर में ऐसे करीब पन्द्रह बड़े हवाला कारोबारी है जिनकी तिजारियों में पांच सौ करोड़ से ज्यादा दो हजार के नोट भरें पड़े है, जिन्हे खपाना बड़ी चुनौति बन गया है। इसके कारण बीते सप्ताह भर से हवाला कारोबार में जबरदस्त तहलका सा मचा हुआ है । इसकी बड़ी वजह यह सामने आई है कि चलन से बाहर हुए दो हजार के नोटों का स्टॉक करोड़ो का होने के कारण बैंकों में बदलवाना भी हवाला कारोबारियों के लिये बड़ी चुनौति बनी गई है। जानकारी में रहे कि साल 2016 में पांच सौ और हजार रूपये के नोटबंदी के बाद भी सबसे ज्यादा संकट हवाला कारोबारियों को ही झेलना पड़ा था,लेकिन ताजा दौर में दो हजार रूपये की नोटबंदी ने हवाला कारोबारियों के लिये पिछली बार की नोटबंदी से बड़ा संकट खड़ा कर दिया है । इस परेशानी से बचने के लिये कई हवाला कारोबारी अपने पास स्टॉक किये गये दो हजार के नोटों की खेप अब ज्वैलरी और जमीनों की सौदेबाजी में खपा रहे है।
-हाईजैक कर लिये दो हजार के नोट-
कारोबार जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार पहले एक हजार के नोट हवाला में चलते थे,लेकिन साल 2016 की नोटबंदी में पांच सौ के साथ एक हजार का नोट चलन से बाहर हो जाने के बाद हवाला जगत में दो हजार के नोटों की मांग बढ़ गई है । हवाला कारोबारियों ने बाजार से करीब चालीस फिसदी दो हजार के नोटों को हाईजैक कर लिया,इससे बाजार में दो हजार के नोटो दिखने कम हो गये। इसके बाद अलर्ट मोड़ में आरबीआई की इंटेलिजेंसी विंग ने दो हजार के नोटों पर निगरानी बढ़ा दी और पुख्ता तौर पर तथ्य का पता लगा लिया कि दो हजार के हजार के नोट हवाला में इस्तेमाल हो रहे है। इसके बाद रिजर्व बैंक ने दो हजार के नोट चलन से बाहर करने का निर्णय लिया जो गत २३ मई से लागू कर दिया।
-डिजिटल पेमेंट में आई तीस फिसदी गिरावट-
दो हजार रूपये के नोट चलन से बाहर होने के बाद पिछले सप्ताहभर से डिजिटल पेमेंट में 30 फीसदी की गिरावट आई है। वजह यह है कि दो हजार के नोट खपाने के लिये ज्यादातर लोग कैश लेनदेन कर रहे हैं। बाजार से जुड़े सूत्रों के अनुसार ज्यादातर ग्राहक सौ-दौ रुपये की छोटी मोटी खरीदारी के लिए भी दो हजार रुपये के नोट का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। दो हजार रूपये की नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर सर्राफा जगत में देखने को मिल रहा । जानकारी के मुताबिक सोने महंगा होने के बाद भी सोने की ज्वैलरी खरीदने में दिल्चस्पी दिखा रहे हैं । ज्वैलरी खरीद में आई चमक बीकानेर के सर्राफा बाजार में भी देखने को मिल रही है। एक अनुमान के मुताबिक बीकानेर के सर्राफा बाजार में पिछले सप्ताहभर के अंतराल में पांच सौ करोड़ से ज्यादा कारोबार हुआ है,इससे सर्राफा जगत में दिवाली के सीजन का रिकॉर्ड पर टूट गया है।