May 7, 2024

डॉक्टर्स का सरकार को अल्टीमेटम, कार्रवाई की तो टकराव बढ़ेगा : हेल्थ बिल के विरोध में निकाला पैदल मार्च; इलाज के लिए भटक रहे मरीज

जयपुर। राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में सड़कों पर उतरे डॉक्टरों को कार्रवाई का डर सताने लगा है। डर है कि सरकार पुलिस केस या अन्य एक्शन के जरिए उन्हें परेशान कर सकती है। वहीं, रेजीडेंट्स डॉक्टर्स पर भी मेडिकल कॉलेज या सरकार की तरफ से एक्शन लिए जाने का डर सता रहा है। इन आशंकाओं को देखते हुए आंदोलनरत डॉक्टरों के पदाधिकारियों ने सरकार को चेताया है।
प्राइवेट हॉस्पिटल एवं नर्सिंग सोसाइटी के प्रदेश सचिव डॉ. विजय कपूर ने कहा कि हड़ताल को समर्थन दे रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स और दूसरे डॉक्टरों पर सरकार किसी तरह का दबाव ना बनाए। अगर सरकार इन डॉक्टर्स पर कोई करवाई करती है तो हमारा आक्रोश और बढ़ेगा। इन डॉक्टर्स का एक समूह सोमवार को एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरट्टा से भी मिला है। उन्होंने प्रिंसिपल से कहा कि वह रेजिडेंट्स पर किसी तरह की कार्रवाई न करें।
उधर, राइट टू हेल्थ बिल (RTH) के विरोध में सोमवार को जयपुर में डॉक्टर्स ने शक्ति प्रदर्शन किया। डॉक्टर जयपुर में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बाहर से पैदल मार्च निकाला। इधर, बिल के विरोध और डॉक्टरों के समर्थन में आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने देशव्यापी बंद का आह्वान किया है, जिसमें मेडिकल सर्विस बंद करने की बात कही है।
पैदल मार्च 11 बजे के करीब एसएमएस मेडिकल कॉलेज से शुरू हुआ, जो गोखले हॉस्टल मार्ग, सूचना केंद्र टोंक रोड, महारानी कॉलेज तिराहा, अशोक मार्ग, राजपूत सभा भवन, पांच बत्ती, एमआई रोड, अजमेरी गेट, न्यू गेट, अल्बर्ट हॉल, होते हुए वापस मेडिकल कॉलेज पहुंचकर खत्म हुआ। इस दौरान डॉक्टर्स 4.5 किलोमीटर पैदल चले।
इससे पहले रविवार को डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल की मुख्य सचिव उषा शर्मा के साथ बैठक हुई, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकला। डॉक्टर्स बिल वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। सरकार बिल को लागू करने पर। इसके चलते अब लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। लोगों को समय पर ट्रीटमेंट नहीं मिल रहा और लोग भटक रहे हैं।