May 18, 2024

ऑनलाइन गेमिंग एप व पेटीएम पर रिफण्ड लेकर धोखाधड़ी करने वाली गैंग पकड़ी
राजस्थान के जोधपुर के रातानाडा थाना पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप में रुपए लगाने के बाद पेटीएम के मार्फत रिफण्ड लेकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो युवकों को गिरफ्तार व एक नाबालिग को संरक्षण में लिया। आरोपी कार में भागने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन नाकाबंदी में तीनों को पकड़ा गया। इनसे दस चेक बुक, 20 एटीएम कार्ड, दस मोबाइल व 16 सिम सहित अनेक सामग्री जब्त की गई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमृता दुहन ने बताया कि चुनावी सतर्कता के बीच गुरुवार मध्यरात्रि नाकाबंदी की गई। इस दौरान बिना नम्बर की एक कार को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक नाकाबंदी तोड़कर पुलिस लाइन से रातानाडा की तरफ कार भगाने लगा। गश्त कर रहे एडीसीपी भोपालसिंह शेखावत के निर्देश पर भाटी चौराहे पर नाकाबंदी की गई। एसआइ भंवरसिंह के नेतृत्व में पुलिस ने बिना नम्बर की कार रोक ली, लेकिन चालक उतरकर भागने लगा। उसके साथी विकास को पकड़ लिया गया। पूछताछ व तलाश के बाद मौके से फरार चालक रमेश जाट व बाल अपचारी को भी पकड़ लिया गया। तीनों को थाने ले जाया गया, जहां पूछताछ में आरोपियों ने ऑनलाइन गेमिंग रमी में रुपए लगाने और हार या जीत होने पर पेटीएम के मार्फत लाखों रुपए की धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। पुलिस की तरफ से धोखाधड़ी व आइटी एक्ट की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर लूनी थानान्तर्गत उत्तेसर गांव में गोदारों की ढाणी निवासी रमेश पुत्र ऊर्जाराम जाट और सांचौर जिले में डेडवा गांव निवासी विकास पुत्र बाबूलाल बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया। बाल अपचारी को संरक्षण में लिया गया।
भारी मात्रा में सामग्री जब्त,करोड़ों का लेन-देन मिला
एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि तलाशी में आरोपियों से दस चेक बुक, 20 एटीएम कार्ड, 10 चेक बुक, 10 मोबाइल, बिना नम्बर की एक कार, एक पेटीएम मशीन, 16 सिमें, 3 पेन कार्ड, 3 आधार कार्ड, 3 स्टॉप और हिसाब किताब रखने में प्रयुक्त होने वाले 13 रजिस्टर-नोट बुक जब्त की गई। रजिस्टर में करोड़ों रुपए के लेन-देन संबंधी हिसाब मिला है।
भुगतान करते ही चार्जबैक कर लाखों की ठगी की
थानाधिकारी नरेश कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों ने एक गिरोह बना रखा है। जो ऑनलाइन गेमिंग ऐप रमी पर हार व जीत के दावं लगाते हैं। उस ऐप में रुपए जमा करवाए जाते हैं। जो विभिन्न प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन जमा करवाए जाते हैं। हार या जीत की स्थिति में आरोपी संबंधित ऐप से राशि प्राप्त न होने के बारे में शिकायत करते हैं। पेटीएम, एयर-पे, रोजर-पे व अन्य प्लेटफॉर्म पर चार्जबैक में रुपए रिफण्ड करने के एसएमएस करते हैं। इस आधार पर संबंधित गेम ऐप कम्पनी उसी यूपीआइ से शिकायकर्ता के खाते में राशि रिफण्ड करवा देती है। आरोपी इस तरह से एक बार भुगतान की गई राशि के बदले दो-तीन बार रिफण्ड ले लेते हैं। आरोपियों ने इस तरह लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है।