May 18, 2024

सरकारी कर्मचारी निकला चोर : भाजपा नेता और उनके भाई के घर से चुराए 46 तोला सोने के गहने

पाली। भाजपा नेता और उनके भाई के घर से 46 तोला सोने के गहने चोरी करने वाला और कोई नहीं उनकी डेयरी पर पार्ट टाइम काम करने वाला इलेक्ट्रिशन रमेश प्रजापत निकला। जो सरकारी कर्मचारी है और पाली डिस्कॉम में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। आरोपी पिछले करीब एक साल से उनके यहां काम करता था। ऐसे में डेयरी, किसान केसरी गार्डन और घर पर इलेक्ट्रिक संबंधित काम होने पर आता-जाता रहता था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने गहने चुराना स्वीकार किया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

CCTV कैमरे से बचने के लिए एक दिन पहले रैकी की
SP चूनाराम जाट ने बताया कि मामले में पाली के भलावतों का बास भैरूघाट निवासी 37 साल के रमेश प्रजापत पुत्र सोहनलाल प्रजापत को गिरफ्तार किया। आरोपी पाली डिस्कॉम में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। जो भाजपा नेता भंवर चौधरी की डेयरी में पार्टटाइम काम करता था और पिछले करीब एक साल से उसका इनके घर, डेयरी और मैरीज गार्डन पर आना-जाना था। वर्तमान में निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में लाइट की फिटिंग के लिए इसे घर बुलाया। आरोपी ने अलमारी में भंवर चौधरी की पत्नी को गहने रखते देखा तो उसकी नीयत बिगड़ी गई और वारदात को अंजाम देने का मन बना लिया। इसके लिए उसने पूरे एक दिन रैकी की। जिसमें देखा कि घर में कहां-कहां CCTV कैमरे लगे है। जिससे बचकर वह यहां से गहने लेकर जा सके।

25 अप्रेल को दिया चोरी की वारदात को अंजाम
रैकी बाद आरोपी ने 25 अप्रेल की दोपहर को चोरी की वारदात को अंजाम दिया। दोपहर का समय था घर की महिलाएं और बच्चे सो रहे थे। मजदूर बाहर काम कर रहे थे और जिस कमरे में अलमारी पड़ी थी उसमें वह अकेला था। अलमारी चाबी कहां रखी है यह आरोपी को पता था। इसलिए उसने मौका देख चाबी ली और सोने के गहनों से भरा बॉक्स चोरी कर अपने बैग में डाल दिया। अलमारी में रखे चांदी के गहनों को हाथ तक नहीं लगाया। उसके बाद पास में ही नारायण चौधरी के मकान में गया। उनकी अलमारी का भी ताला खोला और सोने के गहनों से भरा बॉक्स अपने बैग में डाला निकल गया।

आरोपी सरकारी कर्मचारी, अच्छी सैलेरी फिर भी बिगड़ी नीयत
कोतवाल किशोरसिंह ने बताया कि आरोपी पाली डिस्कॉम में लाइन मैन के पद पर कार्यरत है। जो सरकारी कर्मचारी है और अच्छी सैलेरी मिलती है। लेकिन भंवर चौधरी के यहां काम करते समय उसने लाखों रुपए के गहने अलमारी में रखते हुए घर की महिलाओं को देखा तो उसकी नीयत बदल गई। उसने सोचा कि यहां काम करने के लिए 30 से 35 मजदूर आ रहे है। ऐसे में वह पकड़ा नहीं जाएगा। लेकिन पुलिस ने इस प्रकरण की गहनता से पड़ताल की तो आरोपी पकड़ा गया।

ऐसे आया पकड़ में
आरोपी को पकड़ने में पुलिस ने 9 दिनों के CCTV फुटेज खंगाले। यहां आने वाले सभी लोगों से पूछताछ की। लेकिन 25 अप्रेल के फुटेज में आरोपी रमेश प्राजपपत पुत्र सोहनलाल प्रजापत घबराते हुए घर से जाते निकला। इस पर पुलिस को उस पर शक हुआ और उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया। जहां कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया। इस पर उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने 46 तोला सोने के गहने चोरी किए थे। जिनकी बाजार कीमत करीब 34 लाख रुपए के करीब है।

आरोपी को पकड़ने में इनकी रही मुख्य भूमिका
सीओ सिटी जितेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि लाखों के गहने चोरी होने की इस बड़ी वारदात को खोलने में कोतवाली थाने के SHO किशोरसिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम में शामिल कांस्टेबल जितेन्द्र बागौरा, महेश कुमार जाट की मुख्य भूमिका रही। साथ ही हेड कांस्टेबल मदनसिंह, कांस्टेबल प्रेमसुख, बलराजसिंह का भी सराहनीय योगदान रहा।