May 19, 2024

हाईवे जाम, लोग सड़क पर उतरे : विधायक का यू-टर्न, बोले- इस्तीफा दूंगा तो कौन मेरी बात सुनेगा; सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग

सुजानगढ़। राजस्थान में सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर 7 दिन से हाईवे जाम है। लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। चेतावनी दे रखी है कि जब तक डिमांड पूरी नहीं होगी, तब तक सड़क पर रहेंगे। इधर, विधायक मनोज मेघवाल ने यू-टर्न ले लिया है। वीडियो शेयर कर विधायक ने कहा- अगर वो इस्तीफा दे देते हैं तो मजबूती से बात कौन रखेगा। एक आम व्यक्ति की तरह बात करूंगा तो मेरी बात में वजन नहीं रहेगा।
दरअसल, चूरू जिले के सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन सातवें दिन भी जारी है। 23 मार्च को विधायक मनोज मेघवाल ने एक ओर वीडियो जारी कर अपने बयान से यू-टर्न ले लिया।
9 मिनट के वीडियो में विधायक ने कहा- सुजानगढ़ के जिला नहीं बनने का मुख्य कारण कुचामन-डीडवाना को संयुक्त जिला बनाना रहा। जिसे लाडनूं से समर्थन मिला। लाडनूं के डीडवाना को समर्थन से ऐसा कॉन्बिनेशन बन गया, जिससे लाडनूं सुजानगढ़ से कट गया। मुख्य प्रपोजल में सुजानगढ़ लाडनूं का गठजोड़ था। जिसके साथ रतनगढ़ या कोई और तहसील शामिल होती। लाडनूं के प्रपोजल से हटते ही सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाया गया।

6 दिन पहले विधायक ने क्या कहा था?
इससे पहले विधायक ने 6 दिन पहले वीडियो जारी कर कहा था- सीएम गहलोत ने बजट घोषणा में सुजानगढ़ को जिला घोषित नहीं किया, जिसके कारण मुझे निराशा हुई है। जिला नहीं बनने से आमजन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। मैं सुजानगढ़ के बुजुर्गों, युवाओं, महिलाओं, युवाओं, कार्यकर्ताओं सहित लोगों की भावनाओं के साथ हूं और भरोसा दिलाता हूं कि मेरे लिए सुजानगढ़ और उसकी जनता सबसे पहले है। अंतिम समय तक उनके साथ खड़ा रहूंगा।

MLA बोले- मापदंडों पर भारी राजनीति

मेघवाल ने कहा कि जिला बनाने के लिए मापदंड जनसंख्या और भौगोलिक स्थिति ही होना चाहिए। पर कहीं न कहीं इसमें राजनीति को ऊपर रखा गया। सुजानगढ़ और लाडनूं की दूरी 8 किलोमीटर है। एक तरफ जहां डेढ़ लाख की आबादी का सुजानगढ़ शहर है।
वहीं दूसरी तरफ 80 हजार की आबादी लाडनूं की है। दोनों के बीच 15 से 20 हजार की आबादी वाला महत्वपूर्ण जसवंतगढ़ कस्बा है। इस तरह 10 किलोमीटर के दायरे में ही ढाई लाख की आबादी हो जाती है।
सुजानगढ़ तहसील के गांव लालगढ़, सडू, कातर, सोनियासर जिला मुख्यालय चूरू से 175 किलोमीटर दूर है। सुजानगढ़ भी 100 किलोमीटर दूर है। लाडनूं की भी यही स्थिति है। जहां तक रतनगढ़ को साथ लाने की बात है तो रतनगढ़ विधानसभा में सुजानगढ़ तहसील के करीब एक लाख वोटर शामिल है।

लोग निराश, सीएम को करना है अंतिम निर्णय
विधायक ने कहा कि लोगों को निराशा हुई। जो जनाक्रोश के रूप में देखने को मिल रहा है। धरने प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग जयपुर तक आए हैं। सीएम से हमने मुलाकात की थी। सीएम ने कहा था हम आपको बुला कर बात करेंगे। सीएमओ के अधिकारियों से लगातार बात चल रही है।
प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा से भी हम लगातार संपर्क में है। उन्होंने भी जिला बनाने का भरोसा दिलाया है। अब अंतिम निर्णय सीएम को करना है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वो सुजलांचल के लोगों की उम्मीदें पूरी करेंगे। मेघवाल ने कहा रामलुभाया कमेटी बनी तो जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रस्ताव भिजवाया। इसके बाद सीएम से कई बार बात हुई। बजट में हमारी पहली मांग यही थी कि सुजानगढ़ को जिला बनाया जाए। पर अंतिम हफ्ते की कवायद में हम पिछड़ गए।

विधायक से लोगों को उम्मीद होती है
इस्तीफा देने की बात पर विधायक ने कहा कि सुजानगढ़ की जनता ने ही मुझे विधायक बनाया है। ऐतिहासिक जीत दिलाई है। उनका हक बनता है कि वह मेरा इस्तीफा मांगे। विधायक से लोगों को बहुत उम्मीदें होती है। कई बार पूरी भी नहीं होती। जिला नहीं बनने से निराशा हुई है। निराशा में कई तरह की बातें होती हैं। आशाएं तभी पूरी हो सकती है, जब जनता की बात को आगे मजबूती के साथ बढ़ाया जाए।
जिला बनाना हो या कुछ और यह सरकार, मंत्रिमंडल और सीएम स्तर का काम है। इसके लिए जरूरी है कि जनता की बात को मजबूती के साथ रखा जाए। पिछले 5 दिन से लगातार अपनी बात रख रहे हैं। विधायक ने कहा जनता अपेक्षा रखती है। आज हमारे सरपंच, पदाधिकारी, नेताओं ने भी जनता को समर्थन दिया है।

वार्ता बीच में रुके नहीं, इसलिए जयपुर में हूं
जनता के बीच में नहीं जाने को लेकर विधायक ने कहा कि जिले की वार्ता बीच में नहीं रुक जाए, इसलिए जयपुर में हूं। अभी फाइनल बजट नोटिफिकेशन आना है। इस दौरान अपनी बात मजबूती से रख रहा हूं ताकि हमारी मांग पूरी हो जाए। विधायक मेघवाल ने कहा कि जनता की जिले की उम्मीद अभी टूटी नहीं है। उम्मीद करता हूं की सीएम सुजानगढ़ को जिला बनाएंगे।