May 21, 2024

रिलीज को लेकर कई राज्यों में बैन के बाद अब संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ राजस्थान में भी दिखाई जा सकती है। राजस्थान हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान भंसाली के वकील को आदेश दिया है कि 5 फरवरी को अदालत में फिल्म की स्क्रीनिंग की जाए। कोर्ट ने संजय लीला भंसाली, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की अर्जी पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया।
दिसंबर में नागौर में फिल्म को लेकर संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। भंसाली के वकील ने जोधपुर हाई कोर्ट में एफआईआर रद्द करने की अर्जी लगाई थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने भंसाली के वकील से 5 फरवरी को कोर्ट परिसर में या किसी सिनेमाहाल में फिल्म दिखाने का प्रबंध करने को कहा है। इस फिल्म को कोर्ट के न्यायिक अधिकारी देखेंगे, इसके बाद एफआईआर रद्द करने के बारे में निर्णय किया जाएगा।
हालांकि करणी सेना का फिल्म को लेकर विरोध जारी है। इस कारण सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कई राज्यों में सिनेमाघरों में यह फिल्म नहीं दिखाई गई। राजस्थान में भी सिनेमाघर मालिकों ने तोड़फोड़ व हंगामे के डर से फिल्म को चलाने से मना कर दिया था। आपको बता दें कि भारी विरोध के दौर से गुजर रही फिल्म पद्मावत ने 25 जनवरी को रिलीज होने के बाद अब तक करीब 200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर लिया है।
फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और गोवा को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में रिलीज हुई थी। फिल्म के खिलाफ करणी सेना के समर्थकों ने देश के कई शहरों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन किया। करणी सेना के समर्थकों ने राजस्थान में सबसे ज्यादा हंगामा किया। अति संवेदनशील होने के चलते राजस्थान में इस फिल्म को अभी तक दिखाया नहीं जा सका है। राजस्थान में तोड़-फोड़, आगजनी और हंगामों के डर से सिनेमाघरों, मल्टीपलेक्स मालिकों ने ‘पद्मावत’ को रिलीज नहीं किया। इसके बावजूद फिल्म के विरोध में प्रदेश में कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। गुरुग्राम में एक स्कूली बस को निशाना बनाते हुए उस पर पथराव तक कर दिया।