May 19, 2024

राजस्थान में इस साल मानसून में कम होगी बारिश : 40 फिसदी इलाकों में सामान्य से कम हो सकती है बरसात, तेज गर्मी पड़ेगी

जयपुर। केंद्रीय मौसम विभाग ने आगामी सीजन में देश में मानसून के सामान्य होने की भविष्यवाणी की है। इसके पीछे बड़ा कारण मानसून मिड में अल नीनो की कंडिशन का बनना मान रहे है। हालांकि एक उम्मीद ये भी जताई है कि इंडियन ओशन डाइपोल (आईओडी) की मानसून से पहले पॉजिटिव कंडिशन बनने की संभावना है। भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून में आईओडी का अहम रोल रहता है।
राजस्थान के संदर्भ में देखें तो आगामी सीजन में 40 फीसदी एरिया में मानसून की बारिश सामान्य से कम हो सकती है, जबकि 60 फीसदी एरिया में बारिश सामान्य रहने का अनुमान है। इस बार मौसम वैज्ञानिकों ने राजस्थान में कहीं भी सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान नहीं जताया है।

415MM होती है राजस्थान में औसत बरसात
राजस्थान में मानसून सीजन (जून से सितंबर तक) 415MM औसत बरसात होती है। पिछले साल 2022 में राजस्थान में 595.9MM औसत बारिश (सामान्य से 37 फीसदी ज्यादा) हुई थी। पिछले साल राजस्थान में मानसून की शुरुआत तो कमजोर हुई थी और जून में सामान्य से 12 फीसदी कम बरसात हुई थी, लेकिन जुलाई और अगस्त में अच्छी बारिश होने से मानसून अच्छा निकला था।

इन एरिया में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका
मौसम केंद्र से जारी रिपोर्ट देखें तो बीकानेर संभाग के गंगानगर, हनुमानगढ़ के अलावा जोधपुर संभाग के जोधपुर, पाली, जयपुर संभाग के सीकर, जयपुर, झुंझुनूं और उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर बेल्ट में सामान्य से भी कम बारिश हो सकती है। शेष हिस्सों में सामान्य बारिश होने की संभावना है।

अल नीनो में भी 6 बार मानसून सामान्य से अच्छा रहा
भारतीय मौसम वैज्ञानिक अल नीनो कंडिशन को भारतीय मानसून पर ज्यादा इफेक्टिव नहीं मानते हैं। मौसम केंद्र नई दिल्ली से वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले 70 साल की रिपोर्ट देखें तो 15 साल ऐसी स्थिति रही जब अल नीना की कंडिशन रही। इन 15 साल में से 6 साल (सीजन) ऐसे रहे थे जब मानसून की बारिश सामान्य से ज्यादा हुई।