May 19, 2024

तीन मेडिकल कॉलेज में नए प्रिंसिपल नियुक्त : अजमेर कॉलेज में डॉक्टर वीर बहादुर को दोबारा नियुक्ति देने पर उठे सवाल

जयपुर। राजस्थान के तीन मेडिकल कॉलेजों में प्रिंसिपल और कंट्रोलर पद के लिए पिछले दिनों लिए गए इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी हो गई। इंटरव्यू का रिजल्ट आज जारी कर दिया है, जिसमें अजमेर मेडिकल कॉलेज में हुई नियुक्ति चौंकाने वाली रही। यहां दोबारा प्रिंसिपल पद पर डॉक्टर वीर बहादुर को नियुक्ति दे दी गई, जिनकी कार्यशैली पर पहले कई सवाल उठ चुके है। वहीं कुछ दूसरे डॉक्टर्स ने भी अजमेर मेडिकल कॉलेज के लिए बनाए दो डॉक्टरों के पैनल पर सवाल खड़े किए है।

इन मेडिकल कॉलेजों में हुई नियुक्ति
मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से जारी आदेशों में आज कोटा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर संगीता सक्सेना (सीनियर प्रोफेसर रेडियोडायग्नोसिस), उदयपुर कॉलेज में डॉक्टर विपिन के. माथुर (सीनियर प्रोफेसर गेस्ट्रोएन्ट्रोलोजी) और अजमेर कॉलेज में डॉ. वीर बहादुर सिंह (सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन) को प्रिंसिपल बनाया है।

पैनल बनाने पर उठे सवाल
इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में प्रिंसिपल पद के लिए प्रदेशभर से 32 डॉक्टरों ने इंटरव्यू दिए थे। इन सभी डॉक्टर्स का इंटरव्यू मुख्य सचिव उषा शर्मा, मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव टी.रविकांत, आरयूएचएस के कुलपति डॉ. सुधीर भंडारी और कार्मिक विभाग के सचिव हेमंत गेरा ने लिया था। इंटरव्यू के कोटा और उदयपुर मेडिकल कॉलेजों में प्रिंसिपल के लिए 3-3 डॉक्टरों के नाम का पैनल भेजा गया, जबकि अजमेर के लिए दो डॉक्टरों के नाम का पैनल भेजा गया। ऐसे में दो डॉक्टरों का पैनल भिजवाने पर सवाल उठ रहे है।

चार साल से है प्रिंसिपल
डॉक्टर वीर बहादुर पिछले 4 साल से अजमेर मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल है। उनका एक साल का कार्यकाल भी बढ़ाया गया था। ऐसे में दूसरे डॉक्टर्स इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह से एक ही व्यक्ति को बार-बार प्रिंसिपल बनाया जाएगा तो दूसरे सीनियर डॉक्टर्स को मौका कब मिलेगा। वहीं, कुछ डॉक्टर्स सलेक्शन की प्रक्रिया पर भी सवाल उठा रहे है, उनका कहना है कि इंटरव्यू में प्रशासनिक अनुभव, टीचिंग अनुभव सभी को जोड़कर नंबर जारी करने चाहिए।