May 21, 2024

पीसीसी में बढ़ेंगे पदाधिकारी, 42 से बढ़कर 70 तक संभव : चुनावी साल के कारण मिलेगा नए चेहरों को मौका, मंत्री-बोर्ड-निगम पदाधिकारी हटेंगे

जयपुर। चुनावी साल में संगठन को चुस्त–दुरुस्त करने में जुटी कांग्रेस में फरवरी का महीना नई नियुक्तियों के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। इस माह जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मौजूदा कार्यकारिणी का विस्तार होगा, वहीं जिलाध्यक्षों की नियुक्तियाें का काम भी पूरा होगा। कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि नए नियुक्त किए जाने वाले प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों के चयन का काम लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही घोषणा संभव है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार लंबे समय से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पुनर्गठन का काम लंबित है। पूर्व में एक बार प्रदेश पदाधिकारियों की सूची दिल्ली भेजी गई थी लेकिन नए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के आने के बाद इस सूची में नए सिरे से फेरबदल हुआ है।
कांग्रेस इस साल चुनाव को देखते हुए प्रदेश पदाधिकारियों की संख्या में बढ़ोतरी करके सभी वर्गों को साधेगी। पिछली कार्यकारिणी में से वे पदाधिकारी बाहर होंगे जो संगठन और सरकार में दो पदों का लाभ ले रहे हैं। इनमें सरकार में शामिल मंत्री और बोर्ड निगमों के अध्यक्ष–उपाध्यक्ष शामिल हैं।

पीसीसी की मौजूदा कार्यकारिणी में कई पदाधिकारी ऐसे हैं जो सरकार में मंत्री हैं। वहीं कुछ पदाधिकारी जो विधायक हैं उनको बोर्ड निगमों में नियुक्ति दी जा चुकी है। उदयपुर संकल्प के हिसाब से एक व्यक्ति-एक पद का नियम लागू करने के कारण ऐसे पदाधिकारियों के स्थान पर नए लोगों को मौका मिलेगा। उदयपुर संकल्प के दायरे में आने वाले पदाधिकारियों में महेंद्रजीत सिंह मालवीय, राजेंद्र चौधरी, गोविंद राम मेघवाल, रामलाल जाट, जीआर खटाणा, हाकम अली, लाखन मीणा सहित कई लोग आ रहे हैं। इनमें से कुछ सरकार में मंत्री और बोर्ड निगमों में नियुक्ति के कारण बाहर हो सकते हैं वहीं कुछ पांच साल तक कार्यकारिणी में रहने के कारण इस्तीफा देने के बाद भी अभी काम कर रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि चुनावी साल में कुछ वर्गों को साधने के लिए न सिर्फ मौजूदा पदाधिकारियों काे प्रमोट करके महासचिव और उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है बल्कि प्रदेश स्तर के कद्दावर नेताओं को भी कार्यकारिणी में मौका मिल सकता है। उदाहरण के लिए आदिवासी बेल्ट को फोकस में रखकर महासचिव मांगीलाल गरासिया को उपाध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है। इसी प्रकार मौजूदा सचिवों में से तीन- चार को प्रमोट करके महासचिव बनाया जा सकता है।

प्रवक्ताओं की संख्या बढ़ेगी
कांग्रेस की प्रदेश टीम में अभी दो प्रवक्ता है। माना जा रहा है कि चुनावी साल के कारण प्रवक्ताओं की संख्या बढ़ेगी। सूत्र बताते हैं कि दो या तीन नए प्रवक्ता बनाए जा सकते हैं।

जिलाध्यक्षों की घोषणा भी जल्द संभव
गोविंद सिंह डोटासरा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद 13 जिलाध्यक्ष नए बनाए गए थे। उदयपुर संकल्प के कारण इनमें से पांच हटेंगे। जयपुर और कोटा में दो जिलाध्यक्ष अतिरिक्त होंगे। कांग्रेस में कुल जिलाध्यक्ष 43 में से 35 जिलाध्यक्ष नए बनेंगे। उधर, नए बनाए गए बोर्ड–निगमों में अभी तक नियुक्तियां नहीं हुई है। इस पर भी कवायद चल रही है।
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के दिसंबर में काम संभालने के बाद कांग्रेस में लंबे समय से अटकी हुई नियुक्तियों का सिलसिला शुरू हुआ था। अब तक 400 ब्लॉक अध्यक्षों में से 312 ब्लाॅक अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं। अभी 88 ब्लॉक अध्यक्ष और नियुक्त किए जाने हैं।

विधानसभा में भी दो पद खाली
सरकार को चार साल हो चुके हैं लेकिन विधानसभा में अभी भी उपाध्यक्ष का पद खाली है। वहीं मुख्य सचेतक का पद भी जलदाय मंत्री महेश जोशी ही संभाल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उपाध्यक्ष और मुख्य सचेतक के पद पर नए लोगों को नियुक्ति मिल सकती है।