May 20, 2024

बीकानेर। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत बीकानेर में धड़ाधड़ कार्रवाई हो रही है। पिछले दो दिन में बीस से अधिक प्रतिष्ठानों पर छापामारी के साथ ही दस नमूनों की जांच तो फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) को भेज दी है। बुधवार को बीकानेर के एक बड़े दूध व्यवसायी तथा एक बड़े नमकीन व मिठाई विक्रेता के यहां छापा मार गया है, जहां से सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मीणा ने बताया कि दाऊजी मंदिर रोड स्थित श्रीराम दूध भंडार के यहां छानबीन की गई है। यहां से दूध के सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। बीकानेर में यहां से हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग कतारबद्ध होकर दूध खरीदते हैं। ऐसे में यहां के दूध सेम्पल लेने के बाद लोगों में परिणाम को लेकर उत्सुकता है। मीणा ने बताया कि सेम्पल की रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि दूध में गड़बड़ी है या नहीं? हालांकि प्रतिष्ठान स्वयं रोज सेम्पल लेकर ही दूध खरीदता है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम केईएम रोड स्थित श्री बीकानेर नमकीन भंडार पहुंची।

जहां सीएमएचओ डॉ. बी.एल.मीणा की कार्रवाई को देख नमकीन भंडार संचालक उनसे उलझ पड़े। बताया जा रहा है कि नमकीन भंडार संचालक ने सीएमएचओ से ऊंची आवाज में बात करते हुए एक बड़े नेता से फोन पर बात करवाने की धमकी दे डाली। जिस पर सीएमएचओ गुस्सा हो गए। उसके बाद जैसे ही डॉ.मीणा के निर्देश पर टीम सैंपल लेने शुरू किये तो संचालक डॉ.मीणा के सामने हाथ जोडऩे लगा। डॉ. मीणा ने बताया कि इस तरह राजनेताओं की धमकियों से डरने लग गए तो फिर वे काम कैसे कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि श्री बीकानेर नमकीन भंडार से मिठाई व अन्य नमकीन खाद्य पदार्थों के सैंपल लिये गए है। उन्होंने यह भी बताया कि श्री बीकानेर नमकीन भंडार में राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों की कोई पालना नहीं हो रही है, बल्कि सरकार का आदेश है कि नमकीन व मिष्ठान भंडारों में प्रत्येक मिठाई पर शुल्क रेट अंकित होनी चाहिए जो कि यहां पर नहीं थी। डॉ. मीणा ने संचालक को चेतावनी दी कि 15 मिनट के अंदर-अंदर राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निदेर्शों की पालना हो जानी चाहिए अन्यथा वे सीज की कार्रवाई कर देंगे।

डॉ. मीणा ने बताया कि यहां से मिठाई व अन्य नमकीन खाद्य पदार्थों के सैंपल लिये गए है जिनको लैब में भेजकर जांच करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि त्योंहारी सीजन को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार लगातार मिलावटखोरी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है और जहां से भी शिकायत मिल रही है वहां टीम पहुंचकर कार्यवाही को अंजाम दे रही हैं। उन्होंने आमजन से भी अपील है कि किसी को कहीं पर मिलावटी या नकली खाद्य पदार्थ बेचता हुआ दिखाई दे रहा है तो उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देवें, इनाम दिया जाएगा और नाम भी गुप्त रखा जाएगा।

एफएसएल जांच महत्वपूर्ण
जिन प्रतिष्ठानों के सेम्पल एफएसलएल भेजे गए हैं, वहां अगर गड़बड़ी मिलती है तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है। एफएसएल को अभी भेजे गए सेम्पल में मावा व पनीर के सेम्पल है। चिकित्सा विभाग ने कुछ मावे तो बिल्कुल घटिया स्तर के बरामद किए हैं, जिन पर बकायदा फफूंद लगी हुई है। इस घटिया माल को बीकानेर से बाहर बेचा जा रहा था।

मावा जब्ती पर कार्रवाई नहीं
शनिवार को चिकित्सा विभाग ने जिस कोल्ड स्टोरेज से चार हजार पीपे मावे के जब्त किए थे, वहां भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। दरअसल, यह मावे के पीपे किसी एक व्यापारी के नहीं है बल्कि दर्जनभर व्यापारियों के हैं, जो कोल्ड स्टोरेज में रखे गए थे।