May 2, 2024

कोरोना में बिना पढ़े पास, 12वीं बोर्ड में रिजल्ट बिगड़ा:ऑनलाइन पढ़ाई ने क्लास छुड़वाई, लिखने की आदत कम हुई
बीकानेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने 12वीं साइंस व कॉमर्स का रिजल्ट गुरुवार को जारी किया गया। कॉमर्स का 96.60% और साइंस का रिजल्ट 95.65% रहा। रिजल्ट आने के साथ ही करीब तीन लाख स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म हुआ। लेकिन, इन दोनों सब्जेक्ट के रिजल्ट का एनालिसिस किया जाए तो पिछले साल 2022 के एग्जाम से ये कम रहा। कोरोना काल के दौरान साल 2021 के रिजल्ट से तुलना की जाए तो कॉमर्स का रिजल्ट इस साल 3.13 प्रतिशत कम रहा। जबकि साइंस का रिजल्ट 3.87 प्रतिशत कम हुआ है।

बिना पढ़ाई पास हुए स्टूडेंट के लिए मुश्किल था बोर्ड
एक्सपर्ट की मानें तो रिजल्ट कम रहने का सबसे बड़ा कारण कोरोना काल है। दरअसल, कोरोना काल में 10वीं के भी स्टूडेंट्स को बिना पढ़े पास कर दिया था। ये ही फॉर्मूला दूसरी क्लासेज में अपनाया गया। और, जब इन स्टूडेंट ने इस बार 12वीं बोर्ड का एग्जाम दिया तो इनके लिए ज्यादा मुसीबत बन गया। एक्सपर्ट की माने तो कोराेना काल में छूटी पढ़ाई का असर अब देखने को मिला है। इस दौरान जो बेसिक कमी रह गई थी उसे अब भी पूरा नहीं कर पाए। यहीं कारण है कि इसका इफेक्ट रिजल्ट पर भी देखने को मिला। वहीं, इस दौरान सिलेबस भी 30% कम कर दिया गया था। परीक्षा कम सिलेबस में हुई और इस बार फुल सिलेबस से एग्जाम हुए। ऐसे में कई स्टूडेंट अपना कोर्स भी पूरा नहीं कर पाए।

ऑनलाइन क्लासेज से क्लास का मोह छूटा, लिखने की आदत कम हुई
इसके अलावा एक्सपर्ट दूसरा सबसे बड़ा कारण मोबाइल और लिखने की आदत भी बता रहेे हैं। एक्सपर्ट की माने तो कोरोना के दौरान ऑनलाइन क्लासेज का चलन बढ़ा। ऐसे में जब सबकुछ सामान्य हो गया और क्लासेज शुरू हुई तो कई स्टूडेंट्स ने इससे दूरी बना ली। वे ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लगे। स्टूडेंट़्स समझने लगे कि मोबाइल से ही पढ़ाई हो जाएगी और ऐसे में क्लास के प्रति उनका अटेंशन कम हो गया। इसी वजह से स्कूल में रिटर्न वर्क भी कम हुआ और स्टूडेंट में लिखने की आदत भी कम होने लगी। जब एग्जाम में लिखने की बारी आई तो कई स्टूडेंट्स को तकलीफ हुई।