May 19, 2024

अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन करेंगे पायलट : मीडिया को गहलोत के बयान दिखाए, बोले-वसुंधरा पर एक्शन नहीं लिया, लोग सोचेंगे मिलीभगत तो नहीं

जयपुर। राजस्थान में सचिन पायलट ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पायलट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। उन्होंने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री गहलोत से पूर्व CM वसुंधरा राजे के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन गहलोत ने कोई एक्शन नहीं लिया।” पायलट इसके विरोध में 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे। उधर, सचिन पायलट के अनशन की घोषणा के बाद कांग्रेस महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने बयान जारी कर सीएम अशोक गहलोत की तारीफ की है।
पायलट ने कहा, “वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं की गई। जबकि विपक्ष में रहते हुए हमने यह वादा किया था कि जांच कराई जाएगी। चुनाव को 6-7 महीने बचे हैं, विरोधी भ्रम फैला सकते हैं कि कहीं कोई मिलीभगत तो नहीं है, यह साबित करने के लिए जल्दी कार्रवाई करनी होगी। ताकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगे कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।”

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पायलट ने ये बड़ी बातें कहीं

1. 45 हजार करोड़ के घोटालों का मुद्दा उठाया था
पायलट ने जयपुर में अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। उन्होंने कहा, “वसुंधरा सरकार के वक्त विपक्ष में रहते हुए हमने 45 हजार करोड़ के घाेटालों को लेकर आवाज उठाई थी और यह वादा किया था कि हमारी सरकार आएगी तो इन घोटालों पर निष्पक्ष तरीके से जांच करवाएंगे और दोषियों को सजा देंगे।”

2. गहलोत से आग्रह किया, चिट्ठी भी लिखी थी
वे बोले, “मैंने कभी द्वेषपूर्ण कार्रवाई के लिए नहीं कहा, लेकिन विपक्ष के रूप में बनी हमारी विश्वसनीयता को बरकरार रखना होगा। मैंने सीएम गहलोत से आग्रह किया था। 28 मार्च 2022 को पहली चिट्ठी लिखी थी। उस पर कोई जवाब नहीं मिला। फिर दूसरी चिट्ठी लिखी। उसका भी जवाब नहीं आया। केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से विपक्ष के लोगों को टारगेट कर रही है। ईडी ने जिन नेताओं को नोटिस दिया या छापे डाले उनमें से 95 फीसदी नेता विपक्ष के हैं।”

3. चुनाव में लोग हम पर यकीन करें, इसलिए एक्शन जरूरी
सचिन पायलट ने कहा, ‘क्या कारण है कि बार-बार सत्ता में आने के बावजूद हम विपक्ष में रहते जो आरोप लगाते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं करते। हम दोबारा जब चुनाव में जाएंगे तो हमारी बात पर कोई यकीन करे इसलिए जरूरी है कि हम कोई एक्शन लें।”

5. जांच नहीं होगी तो कैसे पता चलेगा दोषी कौन है
वे बोले, “अशोक गहलोत और मैंने मिलकर आरोप लगाए थे, जब तक निष्पक्ष जांच नहीं हो तब तक कैसे पता लगेगा। जांच में अगर निकल कर आता है कि कोई दोषी नहीं था तो मान लेंगे कि गहलोतजी और मैं झूठे थे। जब तक कोई केस रजिस्टर्ड नहीं होगा, तब तक लोग कैसे मान लेंगे कि हमने जो आरोप लगाए थे, वह सही हैं या गलत।”

6. हाईकमान को भी दिया था सुझाव
पायलट ने कहा, “मैंने राजस्थान को लेकर हाईकमान को जो सुझाव दिए थे, उनमें से एक सुझाव यह भी था कि हमने विपक्ष में रहते हुए जो भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप लगाए थे, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसा नहीं लगना चाहिए कि हमने केवल चुनाव की रोटियां सेकने के लिए आरोप लगाए थे। सवा चार साल बीत जाने के बावजूद आज तक कार्रवाई नहीं हुई।”

एक दिन का अनशन करेंगे पायलट
पायलट ने कहा- ‘मैंने 28 मार्च 2022 और 2 नवम्बर 20220 को सीएम अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी थी। अब तक कोई एक्शन नहीं हुआ। 11 अप्रैल को प्रसिद्ध समाज सुधारक ज्योतिबा राव फुले की जयंती है , उसी दिन मैं शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करूंगा। मैने जिला प्रशासन को इस बारे में सूचना दे दी है। जनता जनार्दन है।’

खाचरियावास बोले- पायलट ने गलत क्या बोला, सही मुद्दा उठाया है
खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट का समर्थन किया है। खाचरियावास ने कहा- पायलट ने क्या गलत कह दिया? सही मुद्दा उठाया है। बीजेपी के भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने जवाब मांगा है, सरकार को उनके उठाए मुद्दों का जवाब देना चाहिए।
पायलट ने कोई आवाज उठाई है तो वह खुद की आवाज है। आवाज कहीं से आई है, हमें केंद्र वाले रास्ते पर नहीं जाना है, हमें आवाज को सुनना है। हमारे वरिष्ठ नेता ने बीजेपी के करप्शन के खिलाफ आवाज उठाई है तो उसका जवाब देना चाहिए। अब पायलट क्या बोले भी नहीं? मैंने पायलट के साथ जिलाध्यक्ष रहते हुए ​बीजेपी के करप्शन के खिलाफ आंदोलन किए थे।
खाचरियावास ने कहा- पायलट आज ही मुझसे मिले थे। हम दोनों ने साथ लड़ाई लड़ी, उसके बाद ही सरकार बनी है। मेरी न पायलट से लड़ाई है, न अशोक गहलोत से। पार्टी के असेट ने सवाल खड़े किए हैं। वह गंभीर है, उसका जवाब मिलना चाहिए।

पायलट के बयान के बाद जयराम रमेश ने की गहलोत की तारीफ
जयराम रमेश ने कहा, राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ी संख्या में योजनाओं को लागू किया है और कई ऐसी पहल की है, जिन्होंने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है। इस वजह से नेतृत्व की स्थिति हमारी है।
राजस्थान में पार्टी संगठन के समर्पण और दृढ़ संकल्प से ही राज्य में भारत जोड़ो यात्रा ज़बरदस्त रूप से सफल हुई थी। इस वर्ष के अंत में कांग्रेस इन ऐतिहासिक उपलब्धियों और हमारे संगठन के सामूहिक प्रयासों के दम पर लोगों के बीच जाकर फिर से सेवा करने के लिए जनादेश मांगेगी।