May 18, 2024

कॉलगर्ल्स बुलाता था प्रोफेसर : शादी का झांसा देकर छात्रा पर बनाया दबाव; बैंकॉक भी जाता था

कोटा। राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में नंबर बढ़ाकर पास करने की एवज में छात्राओं से अस्मत मांगने वाले एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि परमार मौज मस्ती के लिए मुंबई और बैंकॉक जाता था और कॉल गर्ल्स को कोटा बुलाता था।
प्रोफेसर के मोबाइल में भी कई कॉल गर्ल्स के नंबर मिले हैं। वहीं एक निजी कॉलेज की स्टूडेंट ने भी परमार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। स्टूडेंट ने आरोप लगाया कि परमार ने शादी का झांसा देकर उसके साथ छेड़छाड़ की।
इस मामले में भी अलग से केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने रविवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार और उसके स्टूडेंट अर्पित अग्रवाल को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 3 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है।
पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपियों से लगातार गहनता से पूछताछ की जा रही है। रोज नई चीजें सामने आ रही हैं, इसके साथ ही आरोपी के मोबाइल से कई राज निकल रहे हैं। ऐसे में कोर्ट में आरोपियों के रिमांड की मांग की गई थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने कई छात्राओं से भी पूछताछ की है। बयानों में अधिकतर लड़कियों ने कहा क प्रोफेसर उन्हें गलत नजर से घूरता रहता था। वह बार-बार उन्हें बैडटच करता था। कॅरिअर बिगड़ने के डर के कारण उनकी कुछ बोलने की हिम्मत नहीं होती।
पुलिस के मुताबिक उसने दो बार शादी की, लेकिन दोनों ही पत्नी उसे छोड़कर चली गई। वह मौज मस्ती के लिए मुंबई और बैंकॉक जाता रहता था। उसके मोबाइल से पुलिस को कई कॉल गर्ल्स के भी नंबर मिले हैं। पूछताछ में पता लगा है कि वह कोटा में भी कई बार अपने घर पर कॉल गर्ल्स को बुला चुका है और कई बार होटल्स में भी कॉल गर्ल बुलाया करता था। फिलहाल पुलिस उसके मोबाइल से और राज निकालने में जुटी हुई है।

निजी कॉलेज की छात्रा को दी धमकी
आरोपी गिरीश परमार के खिलाफ एक निजी कॉलेज की छात्रा ने भी आरके पुरम थाने में शिकायत दी है। छात्रा ने आरोप लगाया- इस प्रोफेसर ने निजी कॉलेज में प्रिंसिपल रहते हुए उसे धमकी दी थी कि अगर उसे पास होना है तो उसके साथ संबंध बनाए। यही नहीं आरोपी ने शादी का झांसा देकर कई बार उसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की। छात्रा उससे दूर रहने लगी तो आरोपी ने उसे फेल भी कर दिया था।
एसपी केसर सिंह के अनुसार इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि मामले में और भी पीड़ित छात्राएं हों। ऐसे में हर एक पहलू और बारीकी से मामले की पड़ताल की जा रही है। अभी तक जिन छात्राओं की शिकायतें मिली हैं, उन सब शिकायतों की जांच में टीमें लगी हुई हैं और उस संबंध में पूछताछ की जा रही है।

चहेते स्टूडेंट्स से पेपर सेट करवाता था
आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार ने कॉलेज में अपने चहेते स्टूडेंट के साथ एक गैंग ही बना ली थी। यह गैंग छात्राओं को चिन्हित करती और टारगेट करती थी, इसके बाद उन्हें गिरीश परमार तक पहुंचाने का काम किया जाता था।
पुलिस अधीक्षक केसर सिंह ने बताया कि आरोपी गिरीश अपने सब्जेक्ट के पेपर तक स्टूडेंट्स से ही सेट करवाता था। इसलिए उसके चहेते स्टूडेंट्स को पता होता था कि पेपर में क्या आने वाला है। इसी के चलते इन स्टूडेंट्स की गैंग ज्यादा नंबरों से पास होती थी। यही नहीं, ये लोग पेपर की जानकारी दूसरे स्टूडेंट्स को देते थे। खासकर टारगेट की गई लड़कियों तक भी पहुंचाते थे।

आंसर शीट भी स्टूडेंट्स ही चेक करते थे
पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के प्रोजेक्ट और पेपर की आंसर शीट भी वह अपने ही चहेते स्टूडेंट्स से चेक करवाता था। यहीं पर नंबर कम और ज्यादा देने का खेल चलता था। आरोपियों की गैंग जिस लड़की को टारगेट करती, उसके नंबर कम कर दिए जाते, बाद में नंबर बढ़ाने के बदले में अस्मत मांगी जाती थी।

छात्रा को कॉपी बताकर संबंध बनाने के लिए दबाव
पुलिस के अनुसार आरोपी अर्पित एक छात्रा को प्रोफेसर की कार में लेकर गया था और उसकी आंसर शीट दिखाते हुए कहा था कि नंबर बढ़ाने के लिए प्रोफेसर के साथ शारीरिक संबंध बनाने होंगे। वह उसे प्रोफेसर के पास छोड़ देगा और थोड़ी देर बाद वापस ले आएगा। इस बात को लेकर उसे धमकाया भी था।

प्रो. राजीव पर 2 साल पहले वाला केस री-ओपन
आरटीयू के ही राजीव गुप्ता के खिलाफ दाे साल पहले दर्ज छेड़छाड़ का केस पुलिस ने री-ओपन किया है। पुलिस इस मामले में एफआर दे चुकी है। डीएसपी अमरसिंह ने बताया संविदा कर्मी ने गुप्ता पर 2021 में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। महिला आयोग की टीम के सामने उसके माता-पिता से बात की थी। वहीं, डीन फैकल्टी अफेयर रहे प्रो. गुप्ता का कहना है कि संविदा कर्मी झूठ बोल रही है। पहले ही पुलिस एफआर लगा चुकी है।

पुलिस ने बनाई बातचीत की स्क्रिप्ट
पुलिस ने अभी तक मिली सारी रिकॉर्डिंग, वायरल ऑडियो की स्क्रिप्ट तैयार कर ली है। इसमें कई जगह एसोसिएट प्रोफेसर लड़कियों के लिए अभद्र भाषा बोल रहा है। पुलिस दिखाना चाह रही है कि वह किस तरह की भाषा अपनी स्टूडेंट्स के लिए इस्तेमाल करता आ रहा था। प्रोफेसर की आवाज की भी जांच कराई जाएगी।