May 7, 2024

सियासी संकट को नकार अब इस तैयारी में जुटे सीएम अशोक गहलोत

राजस्थान में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट को लेकर सुझाव मांग लिए हैं। मुख्यमंत्री के इस कदम ने एक बार फिर राजस्थान के सियासी गलियारों में चर्चाएं छेड़ दी हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि अशोक गहलोत ने बजट के लिए सुझाव मांग कर यह स्पष्ट कर दिया कि बजट तक तो कम से कम राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत की कुर्सी को कोई खतरा नहीं है। सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को बजट से सम्बंधित सुझाव मांगते हुए कहा कि देश और प्रदेश की प्रगति का आधार युवा हैं। युवाओं की रचनात्मक सोच, ऊर्जा एवं क्षमता से देश के विकास को नए आयाम दिए जा सकते हैं। राजस्थान सरकार युवाओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास तथा रोजगार के लिए एतिहासिक फैसले ले रही है। गहलोत ने ट्वीट किया- ‘मुख्यमंत्री युवा संबल योजना, डिजी फेस्ट, राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक, राजीव गांधी सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस जैसे निर्णय इस दिशा में बड़े कदम हैं। अब एक कदम और बढ़ाते हुए आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट युवा वर्ग को समर्पित करने का निर्णय लिया गया है। आपके सुझाव बजट निर्माण में हमारे लिए महत्वपूर्ण है। गत बजट के लिए भी लगभग 45 हजार सुझाव प्राप्त हुए थे। आप सबके सुझाव आमंत्रित है।’ गहलोत भले ही युवाओं और बजट से सम्बंधित सुझावों को लेकर बात कर रहे हों। मगर यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और जनता को सीधा-सीधा मैसेज है कि उनकी कुर्सी सही सलामत है। गौरतलब है कि प्रेशर पॉलिटिक्स के बाद हुई दिल्ली यात्रा में सोनिया गांधी से मिलने के बाद से लगातार गहलोत बजट पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने आते ही बजट की समीक्षा की।