May 15, 2024

जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के हृदय रोगी, मधुमेह और टीबी जैसी नॉन कम्यूनिकेबल बीमारियों से पीड़ित मरीजों को तीन माह की दवाएं मोबाइल वैन के जरिए उनके राजस्व गांवों तक निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देशों के अनुसार दो महीने में एक बार नॉन कम्यूनिकेबल बीमारियों से ग्रसित मरीजों के राजस्व गांव तक चिकित्सकीय परामर्श के लिए चिकित्सक, औषधि वितरण के लिए फार्मासिस्ट, जांच करने के लिए लैब टैक्निशियन और गंभीर मरीज पाए जाने पर नसिर्ंग केयर की सुविधा के लिए नसिर्ंग कर्मियों की सेवाएं भी प्रत्येक राजस्व गांव तक मोबाइल मेडिकल वैन द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही क्षेत्रवार रुट चार्ट बनाकर, स्थानीय स्तर पर इसका समुचित प्रचार किया जाएगा। रुट चार्ट बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि यथा सम्भव एक ब्लॉक (अथवा शहरी क्षेत्र के जोन) का सम्पूर्ण कवरेज दो माह में एक बार कर लिया जाए।

अरोड़ा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा हृदय रोग, मधुमेह एवं टी.बी. जैसी नॉन कम्यूनिकेबल बीमारियों के लिए निःशुल्क दवा वितरण की व्यवस्था दवा वितरण केंद्र पर की हुई है। वर्तमान में कोविड से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण कुछ स्थानों पर बीमार व्यक्ति चिकित्सा संस्थानों में स्थित दवा वितरण केंद्रों पर आने में संकोच कर रहे हैं, जिससे उनकी चिकित्सा में व्यवधान होने की आशंका है।

उन्होंने बताया कि नॉन कम्यूनिकेबल बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों की निर्बाध चिकित्सा सुनिश्चित करने के लिए निःशुल्क दवा वितरण घरों तक मोबाइल वैन के जरिए किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। इसी प्रकार हृदय रोग, मधुमेह जैसी अन्य गंभीर बीमारियों सहित सामान्यतः उपयोग में आने वाली आवश्यक दवा सूची में शामिल जिला स्तरीय चिकित्सालय तक की बहिरंग रोगियों को दी जाने वाली तीन महीने तक की दवाइयां एवं प्रा.स्वा.केन्द्र स्तर की जांच सुविधा जिलों में संचालित एमएमयू, एमएमवी एवं किराए के वाहनों द्वारा रोगियों को उनके राजस्व गांव तक निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।