May 16, 2024

राजस्थान की राजनीति में भूचाल: लडखडाने लगी है गहलोत सरकार

-राजस्थानी चिराग की खास खबर

जयपुर. राजस्थान के उप मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को हिला कर रख दिया है और लगता है अब वह आर-पार की लडाई के मूड में है। मिली जानकारी के अनुसार वह पिछले तीन दिनों से दिल्ली में है। इन तीन दिनों में उन्होंने कांग्रेस के अनेकों केन्द्रीय नेताओं से मिलकर अपनी पीड़ा व्यक्त की है। तो चर्चा यह भी है कि अपने पुराने मित्रों जो अब भाजपा नेता बन चुके हैं उनके माध्यम से अमित शाह के भी संपर्क में आ चुके हैं तथा अपने खास विधायकों को भी दिल्ली बुला लिया है। राजनेतिक चर्चाओ के अनुसार 17 विधायक दिल्ली पहुंच गये है और सात विधायक अभी रास्ते में है, जो संभव है दिल्ली की बोर्डर पर हरियाणा के किसी गेस्ट हाउस या होटल में ठहरे हैं तथा सचिन पायलट के लगातार संपर्क में है।

जानकार सूत्रो से पता चला है की अब तक तो गहलोत व पायलेट का यह झगड़ा पार्टी की अंदरूनी कलह मानी जाती थी, मगर राज्य सभा चुनावों में विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर जैसे ही एसओजी में मामला दर्ज होकर शक की सूई सचिन पायलट की तरफ गई झगड़े ने गंभीर रूप ले लिया और अब सचिन अपने ससुर फारूक़ अब्दुला की मदद से आरपार की लडाई के मूड में आ गये है। तो वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपने समर्थित मंत्रियों व विधायकों को तलब करके मोर्चा संभाल लिया है। अभी अभी यह भी खबर मिली है कि सचिन पायलट की इन हरकतों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी ने नाराजगी भी व्यक्त की है। तो दूसरी तरफ एसओजी में मामला दर्ज करवाने की बात पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी फटकार लगाई है । राजनैतिक सूत्रो का मानना है कि सोनिया व राहुल के दखल के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला जायेगा।

कुछ सूत्र यह भी बता रहे हैं कि इस बार सचिन पायलट किसी सूरत में मानने वाले नहीं है, कांग्रेस में उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह भाजपा के साथ मिलकर गहलोत सरकार को गिराने का प्रयास करेंगे। इस संबंध में उन्होंने पर्याप्त विधायक जुटा लिए है और ज्योतिरादित्य सिंधिया के माध्यम से लगातार अमित शाह के भी संपर्क में है।

राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि गहलोत भी जोड़ तोड़ के जादूगर है, इसलिए कोई ना कोई दांव फेंककर एक दफे सरकार तो बचा लेंगे, मगर लडखडाती सरकार बाद में चलेगी कितने दिन यह कहना अभी मुश्किल है।