May 18, 2024

बीकानेर पुलिस के हत्थे चढ़ा राजस्थान का टॉप वांटेड हिस्ट्रीशीटर

बीकानेर। हत्या सहित विभिन्न मामलों में वांटेड नोखा के हरिराम उर्फ हरिया पलाना को बीकानेर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हरिया राजस्थान के उन टॉप 10 वांटेड में है, जिसके खिलाफ हत्या के अलावा भी कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। वो पिछले ढाई साल से देशभर में फरारी काट रहा था। इस दौरान उसने ट्रक ड्राइवर बनकर भी पुलिस से लुकाछिपी की लेकिन अंतत: वो पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। उस पर बीकानेर के अलावा चूरू व जोधपुर में लूट, डकैती, हत्यया, मारपीट आर्म्स एक्ट के कुल 27 मामले दर्ज है।
पुलिस अधीक्षक योगेश यादव की स्पेशल टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां और देशनोक थानाधिकारी संजय सिंह ने योजना बनाकर देशनोक एरिया से हरिया को गिरफ्तार कर लिया। उसे पिछले कुछ दिनों से देशनोक-नोखा एरिया में देखा जा रहा था।

ऐसे छिपता रहा हरिया
कई वारदातों को अंजाम देने के बाद हरिया हुलिया बदलकर अलग अलग स्थानों पर चला जाता था। वो बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में छिपने के बजाय गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, गुड़गांव, जोधपुर, जयपुर, सीकर में छिपता रहा। इस बीच वो ट्रक ड्राइवर बन गया और एक से दूसरे राज्य में घूमता रहा।

जुलाई 20 में हुई थी हत्या
हरिराम पर हत्या का ताजा मामला जुलाई 20 में देशनोक में दर्ज हुआ था। तब राजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उसका भाई जितेंद्र सिंह बोलेरो गाड़ी लेकर हाइवे पर होटल गया हुआ था। तभी पारवा सरपंच पति कुंद रामावत व हरिराम उर्फ हिरया, बजरंग व उनके साथियों ने लाठियों, बर्छी व अन्य धारदार हथियारों से जितेंद्र सिंह पर हमला कर दिया। राजेंद्र सिंह पर भी हमला किया। इलाज के दौरान जितेंद्र सिंह की पीबीएम अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद से हत्या के मामले में हरिया की तलाश तेज हो गई थी।

ढूंढ रही स्टेट पुलिस
पिछले दिनों राज्य स्तर पर हार्डकोर फरार हिस्ट्रीशीटर की लिस्ट तैयार की गई थी। इस लिस्ट में टॉप 25 में हरिया का नाम भी था। इसके बाद से बीकानेर पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए सक्रिय हो गई। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने स्पेशल टीम को कार्रवाई के ओदश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इंदोरिया के नेतृत्व में बनी टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार, नोखा सीओ नेम सिंह, डीएसटी इंचार्ज सुभाष बिजारणियां, देशनोक थानाधिकारी संजय सिंह, एएसआई रामकरण सिंह, कानदान, साइबर सेल के दीपक, सतार खान, लखविंद्र सिंह, वासुदेव, दिलीप सिंह, पूनमचंद ने हरिया की तलाश शुरू की। उसे देशनोक व नोखा के आसपास देखा गया था।

इनकी रही खास भूमिका
हरिया का पता लगाने में साइबर टीम ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साइबर सेल के हेड कांस्टेबल दिलीप यादव, कानदान सांदू और सवाई सिंह ने लगातार साइबर स्तर पर उसका पता लगाया। उसकी लोकेशन को ट्रेस करते हुए गिरफ्तारी करवाई।