May 14, 2024

रीट 2021 : साल की सबसे बड़ी परीक्षा, नियुक्तियां देने की तैयारी में राजस्थान सरकार
जयपुर। साल 2021 में शिक्षा विभाग में शिक्षक भर्ती के लिए आयोजित रीट परीक्षा भी चर्चा का बड़ा मुद्दा रही। इस परीक्षा के लिए सरकार की तरफ से बड़े पैमाने पर किए गए बंदोबस्त के साथ ही परीक्षा के आयोजन की चर्चा तो रही और उस पर सरकार ने अपनी पीठ भी खूब थपथपाई, लेकिन इन सबके साथ रीट परीक्षा का पर्चा लीक होने के आरोप भी पुरजोर तरीके से विपक्ष की तरफ से लगाए गए। परीक्षा में बैठे अभ्यर्थियों ने भी यह मुद्दा उठाया और उनकी आवाज को समर्थन मिला राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की तरफ से भारतीय जनता पार्टी ने भी रीट भर्ती में कथित तौर पर हुए फर्जीवाड़े और पर्चा लीक के मामले को उठाया।
इस बीच सांसद किरोड़ी लाल मीणा के पास मदद के लिए अभ्यर्थी पहुंचे तो किरोड़ी भी अपने आप को नहीं रोक पाए और शहीद स्मारक पर अभ्यर्थियों के साथ धरने पर जम गए। दरअसल परीक्षा का स्तर इतना बड़ा था कि इसमें फर्जीवाड़ा या सीधे तौर पर पर्चा लीक रोकना बहुत मुश्किल था। किरोड़ी और उनके साथ धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का यह कहना था कि परीक्षा से 2 घंटे पहले ही राजस्थान पुलिस के एक कांस्टेबल के पास रीट का पेपर पहुंच गया था और उसने परीक्षा में बैठ रही अपनी पत्नी को मदद करने के लिए यह पेपर हासिल किया था।
अब व्हाट्सएप पर पर्चा पहुंचने के बाद आगे कितने लोगों तक यह पहुंचा, इसकी जांच एसओजी को सौंपी गई। पूरे मामले में तकरीबन दो दर्जन शिक्षकों को निलंबित किया गया। इस परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को मिले पेपर्स की सील खुली होने की शिकायत कई जगह से आई तो इस परीक्षा के दौरान चप्पल में ब्लूटूथ लगाकर नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। परीक्षा विवादों में तब और आ गई जब धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा ने इन सभी मुद्दों को उठाने के साथ ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
दरअसल किरोड़ी का कहना था की सभी 32 जिलों में सरकार के नुमाइंदे के रूप में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को परीक्षा के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया था, लेकिन प्रदेश के 33 में से एक मात्र जयपुर जिला ऐसा था जहां पर एडीएम को परीक्षा की कमान नहीं सौंपी गई। इसी में पेंच बताते हुए किरोड़ी लाल मीणा ने रीट भर्ती में फर्जीवाड़े का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा और फिर से परीक्षा कराने की मांग की। हालांकि इस बीच किरोड़ी लाल मीणा को कुछ अप्रिय स्थितियों का भी सामना करना पड़ा। जब धरने पर बैठे किरोडी लाल मीणा को बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने पार्टी कार्यालय बुलाकर खिंचाई की और धरना उठाने के लिए समझाया तब किरोड़ी ने धरना तो उठा लिया, लेकिन रीट परीक्षा के कथित फर्जीवाड़े को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा कमजोर नहीं किया।