May 20, 2024

बीकानेर में सात लाल बत्ती, फिर भी मुख्यमंत्री गहलोत को करना पड़ा जोरदार विरोध का सामना
-मोहन शर्मा-
बीकानेर। आज बेरोजगारो को रोजगार नियुक्ति पत्र देने के बड़े सरकारी प्रोग्राम में बीकानेर आये राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा, भाजपा युवा मोर्चा ने उनको पंचशती सर्किल पर काले झण्डे बताकर आभास करा दिया कि बीकानेर के सात कांग्रेसी नेताओं को लाल बत्ती देकर खुश जरुर कर दिया होगा मगर जन समस्याओ का समाधान नहीं हुआ, बीकानेर की जनता आपके सात लालबत्ती के नेताओं सहित कांग्रेस सरकार से परेशान हैं।
मुख्यमंत्री के विरोध व दिखाये गये काले झंडों की बात को लेकर राजनैतिक क्षेत्रो में तरह तरह की चर्चाएं चल रही है और प्रमुख रूप से एक ही विचार सामने आ रहा है कि अशोक गहलोत का वर्तमान चार साल का मुख्यमंत्री कार्यकाल उपलब्धियों से परिपूर्ण रहा है, सरकार वापस रिपीट हो या ना हो, यह राजनैतिक मुद्दा है मगर उनके कार्यकाल में हो रहे विकास की बात को तो कोई झुठला नहीं सकता है, फिर सवाल उठता है बीकानेर को गहलोत ने सात लाल बत्ती दे दी, फिर भी जन समस्याएं ज्यों कि त्यों क्यों है?
कुल मिलाकर बीकानेर में हुवे मुख्यमंत्री के विरोध व दिखाये गये काले झंडों से साबित हो गया है कि पहले जब एक दो लाल बत्ती थी तब ठीक था, अब तो आपने सात लाल बत्तियां देकर आपसी विवाद में बीकानेर को फसा दिया, जिसमें चार तो काम के मामलों में बिल्कुल ही नकारा साबित हो रहे हैं और ना ही उनका जनाधार है। उनके राजनैतिक विवाद में फंसे तीन ने भी जन समस्याओं से नाता तोड लिया है।
आज जिस तरह से मुख्यमंत्री का विरोध करके भरे बाजार में काले झण्डे दिखाए गये उससे फर्क़ तो क्या पड़ेगा, भविष्य के गर्भ में है, मगर यह जरूर साबित हो गया कि मुख्यमंत्री ने जिन सात रत्नों को चुनकर सरकारी धन को चूना लगाने के लिए लाल बत्ती सहित सभी सुविधाएं दी है, वह जरुर नकारा साबित हो गये, जो विकासशील मुख्यमंत्री का विरोध तक नहीं रोक सके।