May 20, 2024

दामाद को पसंद नहीं आई ससुर की यह बात, नई चाकू लेकर पहुंचा ससुराल, उतारा मौत के घाट
बाड़मेर। जवाजा थाना क्षेत्र के जगपुरा पुलिया के पास 23 मार्च को मिले शव प्रकरण का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए प्रकरण में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड के खुलासे को लेकर सोमवार शाम को डिप्टी आईपीएस सुमित मेहरड़ा ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन कर बताया कि जगपुरा पुलिया के पास मिले शव प्रकरण में जवाजा थाना पुलिस ने कड़ी मेहनत कर प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। मेहरड़ा के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में टीबाना भीम निवासी देवीसिंह पुत्र घेवरसिंह रावत और बनारखेड़ा जवाजा निवासी विक्रमसिंह पुत्र अमरसिंह रावत शामिल है। हत्याकांड का खुलासा करते हुए आईपीएस मेहरड़ा ने बताया कि एक हत्यारा देवीसिंह मृतक भूरियाखेडा निवासी प्रभूसिंह का दामाद है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अपने ससुर प्रभूसिंह को 80 हजार रुपये उधार दिए थे। आरोपी ने बताया कि होली के बाद वह अपनी पत्नी के साथ अपने ससुराल आया और अपने ससुर से पैसों का तकाजा किया लेकिन वह टालता रहा। घरवालों द्वारा समझाने के बाद भी वह नहीं माना। इस दौरान मृतक घरवालों को भी अपनी खान बेचने और किसी को भी पैसे नहीं देने के लिए कहा रहा था। यह बात आरोपी देवीसिंह को नागवारा गुजरी और उसने अपने ससुर को सबक सिखाने की योजना बनाने लगा। अपनी योजना को सफल बनाने के लिए देवीसिंह ने बनारखेड़ा निवासी अपने दोस्त विक्रमसिंह से संपर्क किया और उसे भी अपनी योजना में शामिल कर लिया। योजना को अंजाम देने के लिए देवीसिंह ने 21 मार्च को अपनी पत्नी को अपने घर छोड़ा और अपने दोस्त के साथ एक चाकू खरीद कर पुन अपने सुसराल भूरियाखेडा पहुंच गया। यहां पर दोनों ने अपने योजना के अनुसार, मृतक प्रभूसिंह को अपनी स्कूटी पर बैठाकर पट्टियां बिकवाने और इसका पैसा एडवांस दिलाने का झांसा देकर वहां से ले गए। भूरियाखेडा से जगपुरा पुलिया के पास पहुंचकर दोनों आरोपियों ने प्रभूसिंह पर चाकू से ताबड़तौड़ वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया और अपने कृत्य को छुपाने के लिए लाश को पुलिया के नीचे डाल दिया। आईपीएस मेहरड़ा ने बताया कि 23 मार्च को मृतक का शव बरामद करने के बाद एसपी अजमेर के निर्देश पर एक टीम का गठन जवाजा थानाधिकारी मानवेन्द्रसिंह के नेतृत्व में किया गया। गठित टीम के सदस्यों ने सादा वर्दी में ग्रामीणों के साथ घुल मिलकर प्रकरण की तहकीकात शुरू की। इस दौरान बीट कांस्टेबल को जरिए मुखबीर सूचना मिली कि मृतक प्रभूसिंह के दामाद देवीसिंह गुजरात भागने की फिराक में जवाजा बस स्टैंड पर खड़ा है, जो उक्त प्रकरण में शामिल हो सकता है। मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने देवीसिंह को पकड़कर थाने लाया गया। यहां पर स्पेशल टीम ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कूल करते हुए प्रकरण में अपने एक और साथी के शामिल होने की बात कहीं। इस पर पुलिस ने दूसरे आरोपी बनारखेडा निवासी विक्रमसिंह पुत्र अमरसिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में आईपीएस सुमित मेहरडा, जवाजा थानाधिकारी मानवेन्द्रसिंह, रमेश तंवर, विक्रमसिंह, विजयसिंह, प्रभातीलाल, हरनिवास, कालूराम हैड कांस्टेबल, जितेन्द्रसिंह, भवानीसिंह, दिनेश कुमार, अनिल कुमार, रजनीकांत, राजेश कुमार, जितेन्द्र, विजय कुमार, अर्जुनलाल, गोपाराम, रामराज, सुरेन्द्रसिंह, महेन्द्र, अशोक तथा नरेश आदि शामिल थे