May 18, 2024

करंट से पिता-पुत्री और बच्चों समेत 4 की मौत,एक-दूसरे को बचाने में सब आए चपेट में
राजस्थान के बाड़मेर में आटा चक्की से करंट लगने के कारण पिता-पुत्री और दो बच्चों समेत 4 की मौत हो गई। चारों 60 फीसदी तक जल गए। चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। डिस्कॉम को फोन कर लाइट बंद करवाई तब जाकर चारों को निकाला गया, लेकिन सभी की मौत हो चुकी थी।
घटना बाड़मेर जिले के शिव आरंग ग्राम पंचायत के रामदेवपुरा गांव की है। घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। शवों को शिव हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है।

ससुर को परिवार की देखरेख के लिए छोड़कर गया था
पुलिस के अनुसार, रामदेवपुरा गांव में अर्जुनसिंह अपने पिता भगुसिंह, पत्नी छेलू कंवर(23) व दो बेटों ढाई साल का जस्सू और एक साल के प्रताप के साथ रहता था। दो दिन पहले अर्जुनसिंह ने अपने ससुर हठेसिंह (55) को गडरारोड से बुलाया था। पत्नी, बच्चों और पिता की देखरेख के लिए छोड़कर गया था। अर्जुनसिंह रिश्तेदार को दिखाने के लिए दिल्ली एम्स गया हुआ था।
शुक्रवार रात को करीब 9:30 बजे महिला आटा चक्की पर अनाज पीस रही थी। इस दौरान अचानक करंट दौड़ गया और छेलू कंवर करंट की चपेट में आ गई। पास में ही बैठे दो बेटे भी करंट की चपेट में आ गए। चिल्लाने की आवाज सुनकर हठेसिंह बचाने के लिए आया तो उसे भी बिजली का करंट लगा। इससे चारों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, अर्जुनसिंह के पिता 10 साल से लकवा ग्रस्त हैं। वह बाहर वाले रूम में सो रहे थे। घर पर पांच ही लोग थे।
चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़ा
जानकारी के मुताबिक मृतका के घर से करीब 50 मीटर दूर रेंवतसिंह का घर है। चिल्लाने की आवाज और आग देखकर उसने सबसे पहले डिस्कॉम को फोन करके लाइट को बंद करवाई थी।
मृतका का पति दिल्ली एम्स में साले का इलाज करवाने गया था
मृतका छेलू कंवर का पति अर्जुनसिंह अपने साले का इलाज करवाने के लिए दिल्ली एम्स गया हुआ था। ससुर को घर पर पिता व पत्नी और बेटों की देखरेख के लिए घर पर बुलाया था। इस दौरान यह झकझोर देने वाला हादसा हो गया। गांव के लोगों ने बताया कि अर्जुनसिह गांव में ही खेती का काम करता है।