April 29, 2024

5354 लोग नहीं कर पाएंगे हज यात्रा
जयपुर.
कोविड-19 का साया इस बार हज के सफर पर भी पड़ा है। सऊदी अरब सरकार ने केवल अपने ही देश के लोगों (आजमीन) को हज कराने का फैसला लिया है। जिसके बाद भारत सहित पूरी दुनिया से लोग हज के लिए नहीं जा पाएंगे।
ऐसे में राजस्थान के भी 5354 लोग इस बार हज नहीं कर पाएंगे। वहीं, सेंट्रल हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से लोगों को उनके द्वारा जमा की गई राशि लौटाने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
देश भर से दो लाख से अधिक लोग हज के लिए जाने वाले थे। लेकिन अब इनमें से कोई भी हज नहीं कर पाएगा। यदि हज यात्रा होती तो आगामी 28 जुलाई से 2 अगस्त तक हज का सफर पूरा हो जाता। राजस्थान हज कमेटी के सीईओ
राजस्थान हज कमेटी के सीईओ मोह मद महमूद अली खान ने बताया कि राजस्थान से इस बार हज के लिए 8,241 आवेदक आए थे। इनमें से 5354 लोगों का नंबर आया था। जिन लोगों नंबर आ गया था और जिन्होंने हज के लिए राशि जमा कर दी थी, उनके पैसे उनके खातों में सीधे सेंट्रल हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से भेजा जा रहा है।
हर साल हज के लिए राजस्थान से 10 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त होते रहे हैं, लेकिन इस बार के हज के लिए आवेदन की सं या 7500 से ही अधिक रही। इस बार लंबे समय बाद इतने कम आवेदन आए थे।
यदि हज यात्रा होती तो अब तक प्रदेश भर में लोगों के लिए हज प्रशिक्षण शिविरों की शुरूआत हो जाती। अजमेर में हर साल वाजा गरीब नवाज की दरगाह में आजमीन के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होता है, लेकिन इस बार कोई शिविर नहीं हो रहा है।
गरीब नवाज सूफी मिशन सोसायटी के अध्यक्ष जुल्फिकार चिश्ती ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र भेज कर कहा कि जिन लोगों का 2020 के हज में नंबर आया गया था, उन्हें 2021 के हज में प्राथमिकता मिले। उन्होंने सेंट्रल हज कमेटी से राशि वापस नहीं लौटाने बल्कि इसे जमा रखने का भी आग्रह किया है।