नई दिल्लीः अगर आपने भी 14 अप्रैल 2020 से पहले टिकट बुक करवा रखा है तो रेलवे टिकट के रद्दीकरण पर यात्रियों को पूरा रिफंड देगी। यदि आपने 14 अप्रैल 2020 या उससे पहले आगामी 120 दिनों के ट्रेनों के टिकट बुक किए थे और ये ट्रेन रद्द कर दी गई है इसके चलते IRCTC के माध्यम से रेलवे आपको टिकट का पूरा पैसा लौटाएगा. ऐसी स्थिति में IRCTC हमेशा यात्रियों को टिकट रद्द नहीं करने की सलाह देती है. जैसे ही सिस्टम पर ट्रेन रद्द होती है तो आपको पूरा रिफंड मिलता है।
इस बीच भारतीय रेलवे 230 IRCTC स्पेशल ट्रेनों को संचालन जारी रखेगी. Covid-19 या Coronavirus के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने 15 अप्रैल से नियमित ट्रेनों के एडवांस में किए गए रिजर्वेशन को निलंबित किया था. देशव्यापी लॉकडाउन के चलते 25 मार्च से सभी ट्रेनों को बंद कर दिया गया था.
ऐसे वापस मिलेगा रिफंड
भारतीय रेलवे द्वारा रद्द की गई ट्रेनों के लिए PRS काउंटर टिकट के लिए यात्री, यात्रा की तारीख के 6 महीने तक रिफंड के लिए आवेदन कर सकते हैं. ई-टिकट ऑटोमेटिकली ही वापस कर दिया जाएगा. यदि ट्रेन को रद्द नहीं किया गया है, लेकिन यात्री यात्रा नहीं करना चाहता है, तो भारतीय रेलवे कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर एक विशेष मामले के रूप में रिजर्व टिकटों की पूरी राशि वापस कर देगा. यह नियम PRS काउंटर जनरेट टिकट और ई-टिकट दोनों के लिए लागू होगा। अगर रेलवे ने ट्रेन कैंसिल नहीं की है मगर आप यात्रा नहीं करना चाहते तो जर्नी डेट के 30 दिनों के अंदर क्लेम ऑफिस में TDR (Ticket deposit receipt) फाइल करना होगा. TDR फाइल किए जाने के 60 दिनों के अंदर ट्रेन चार्ट के जरिए वेरिफिकेशन के बाद पैसेंजर को पैसे रिफंड कर दिए जाएंगे. ये नियम पहले 10 दिनों के लिए ही था।