April 30, 2024

बीकानेर. जय नारायण व्यास कॉलोनी थाना इलाके में मंगलवार की शाम जयपुर-जोधपुर बाइपास पर खण्डहर मकान में बरामद हुई युवति की अधजली लाश के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने तीन मुलजिमों को गिरफ्तार कर हत्या की संगीन वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल कर ली है। गिरफ्त में आये मुलजिमों में गंगाशहर निवासी लालचंद पुत्र प्रहलाद उपाध्याय, पंकज पुत्र रामेश्वर लाल प्रजापत और पुनमचंद पुत्र ओमप्रकाश गोयल शामिल है।

यह जानकारी देते हुए जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलाद सिंह कृष्णियां ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि मृतक युवति परमेश्वरी रेगर तीन युवकों को देह शोषण के मामले में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर तीन लाख रूपये और मकान दिलाने का दबाव दे रही थी। इसलिये तीनों मुलजिम परमेश्वरी को रविवार की रात टैक्सी में देशनोक ले गये जहां परमेश्वरी को जमकर शराब पिलाई और फिर रस्सी से उसका गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया और लाश को टैक्सी में डालकर जयपुर-जोधपुर बाईपास की गणेश विहार कॉलोनी की तरफ ले आये जहां एक जर्जर मकान में लाश को फेंक दी और पहचान मिटाने के लिये लाश पर पट्रोल छीड़कर आग लगा दी।

नृशंस हत्याकांड को अंजाम देकर तीनों मुलजिम अलग अलग हो गये। लाश बुरी तरह जली हुई थी, इसलिये शिनाख्त होना मुश्किल था, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से प्रयास कर लाश की शिनाख्त कराने में कामयाबी हासिल कर ली। शिनाख्त होते ही पुलिस ने इस ब्लांईड मर्डर की कड़ी से कड़ी जोड़ कर सबसे पहले लालचंद उपाध्याय को दबोचा, टैक्सी ड्राईवर और उसने मृतका परमेश्वरी से प्रेम विवाह कर रखा था। उससे पूछताछ करने पर संगीन वारदात का पर्दाफाश हो गया।

इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर पंकज प्रजातप और पुनमचंद गोयल को भी धर दबोचा। इनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त टैक्सी, बाईक और रस्सी भी बरामद कर ली है।


एसपी ने दी पुलिस टीम का शाबाशी

संगीन हालातों में हुए इस हत्याकांड का पर्दाफाश करना पुलिस के लिये बड़ी चुनौति था, क्योंकि लाश पूरी तरह जली हुई थी, उसकी शिनाख्त होना भी मुश्किल था। लेकिन सीओ पवन कुमार भदौरिया, जेएनवीसी सीआइ गोविंदसिंह चारण के नेतृत्व में उपनिरीक्षक मांगुराम, कांस्टेबल सवाईसिंह, बुद्धराम, सूर्यप्रकाश, अमित मीणा, राकेश बिश्नोई एवं साइबर सेल के दिलीप सिंह की 36 घंटे की मशक्कत कर ना सिर्फ मृतका की शिनाख्तगी करने में सफलता हासिल कर ली, अहम सुराग जुटाकर हत्यारों को कानूनी शिंकजे में ले लिया। पुलिस टीम की इस सफलता के लिये जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलात सिंह कृष्णियां ने शाबाशी दी है।

पियक्कड थी परमेश्वरी, लालचंद से किया था प्रेम विवाह
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतका परमेश्वरी देवी अपनी जाति छूपाकर गंगाशहर निवासी टैक्सी चालक लालचंद उपाध्याय से प्रेम विवाह किया था, वह शराब पीने की आदी थी। वह मूलरूप से साण्डवा निवासी प्रभूराम रैगर निवासी सांडवा की ब्याहता थी। प्रेम विवाह के बाद लालचंद को पता चला कि परमेश्वरी ने मेरे शादी धोखा किया है तो वह नफरत करने लगा, इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार झगड़ेबाजी भी हुई। लालचंद के लिये परमेश्वरी बड़ी आफत बन गई थी। इस बीच लालचंद के दोस्त पूनम चंद का परमेश्वरी से लगाव बढ गया, उसने परमेश्वरी से संबंध भी बना लिये। इस बात का पता चलने पर लालचंद और परमेश्वर में एक दूसरे से नाराजगी बढ गई।

इस दरम्यान परमेश्वरी देवी ने लालचंद और उसके दोस्त पंकज प्रजापत पर देह शोषण का आरोप लगाते हुए दोनों को मुकदमें में फंसाने की धमकी ब्लैकमेल करने लगी। बस इसी घबराकर लालचंद और पंकज ने परमेश्वरी को ठिकाने लगा की योजना बना ली और अपने दोस्त पूनमचंद गोयल को भी शामिल कर लिया। रविवार की रात परमेश्वरी को शराब पिलाने के बहाने टैक्सी में बैठाकर ले गये और निर्ममता से हत्या करने के बाद उसकी लाश को अधजली हालत में गणेश विहार कॉलोनी के जर्जर मकान में फेंककर चले गये।