April 30, 2024

जयपुर. राजस्थानी की सत्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सिंहासन को पलटने के लिये बगावत करने के बाद वासस लौटे बागियों के सुर अब बदल गये है। इसके चलते गुरूवार को पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि उनका मकसद अशोक गहलोत सरकार को गिराना नहीं था। वे पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखना चाहते थे।

विश्वेंद्र सचिन पायलट कैंप के 19 विधायकों में से एक थे। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान की ओर से मिलने में हुई देरी के कारण हम इतने समय तक दिल्ली में डेरा डाले रहे। विश्वेंद्र ने कहा, मैं कांग्रेसी हूं और अशोक गहलोत हमारे नेता हैं। विश्वेंद्र ने यह भी दावा किया कि बातचीत का जो ऑडियो सामने आया उसमें कांट-छांट की गई। दरअसल, मैं अपने एक दोस्त से बात कर रहा था न कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से।

विश्वेंद्र ने कहा कि पार्टी और सरकार के बीच किसी तरह का कोई संवाद नहीं होने के कारण समस्या शुरू हुई। सचिन पायलट जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और डिप्टी सीएम थे वहीं मैं कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ उपाध्यक्ष था। हम दोनों ही सरकार और पार्टी में शामिल थे। पार्टी और सरकार में कोई संवाद नहीं होने के कारण चुनाव में जनता से किए गए वादे पूरे नहीं हो पा रहे थे। इसे हम हाईकमान के ध्यान में लाना चाहते थे।