May 17, 2024

नाराज विधायक वाजिब अली का गहलोत-ब्यूरोक्रेसी पर तंज : कहा- मुख्यमंत्री को अवैध खनन और पीडब्यूडी की शिकायतें भेजीं, पता नहीं कहां गईं

जयपुर। बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों ने राज्यसभा चुनावों से पहले अपने लंबित मुद्दों को लेकर खुलकर नाराजगी जतानी शुरू कर दी हैं। मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली ने भी ब्यूरोक्रेसी के रुख और मुख्यमंत्री को शिकायतें भेजने के बावजूद उन पर कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठाए हैं। वाजिब अली ने गहलोत पर भी तंज कसा है।
वाजिब अली ने जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा- मेरी स्पेसिफिक कोई बात नहीं थी, लेकिन अफसरशाही में कमजोरी की वजह से जो जन कल्याणकारी योजनाएं हैं। जो सरकार करना चाहती है। वह सही तरीके से नहीं हो पा रही है। हमारे यहां पीडब्ल्यूडी के कामों में काफी शिकायतें थीं। अवैध खनन की शिकायत थी। मैंने खुद ने मुख्यमंत्री को लिखा लेकिन पता नहीं वह चीजें कहां चली जाती है।
बसपा से आने वाले विधायकों को समर्थन के बदले उचित पद नहीं मिलने के सवाल पर वाजिब अली ने तंज कसते हुए कहा- देने वालों की भी बड़ी नजरें होती हैं उन्हें संतुलन बनाना पड़ता है । जो उन्हें कभी लगे उनको एडजस्ट कर दिया हमें भी आगे जो जिम्मेदारी मिलेगी जो जनता ने हमें जिम्मेदारी दी वह हम निभा रहे हैं। राजनीति में कभी लंबा अरसा नहीं होता। किसी बात की 30 नहीं होती लंबा जीवन पड़ा है। हमें जनता ने अपना ट्रस्टी बनाकर विधानसभा भेजा है उनकी बात रखें जो कर्तव्य हमारा है उसे हम अच्छी तरह से निभा रहे हैं।

वोट ही तो डालना है, डाल देंगे
बाड़ेबंदी में नहीं जाने के सवाल पर वाजिब अली ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो बाड़ेबंदी में चले जांएगे। 10 तारीख को वोटिंग होनी है,वोट तो डालना है, कहीं भी दे देंगे।

वाजिब अली को कोई पद नहीं मिला, मंत्री जाटव और जाहिदा से भी नाराज
वाजिब अली को बसपा से कांग्रेस में आने के बावजूद न मंत्री बनाया न राजनीतिक नियुक्ति दी। उनकी नाराजगी की सबसे बड़ी वजह यही है। भरतपुर की स्थानीय राजनीति में मंत्री जाहिदा खान से उनकी नहीं बनती। वाजिब अली ने पीडब्लयूडी मंत्री भजनलाल जाटव के खिलाफ पहले ठेकेदारों का पक्ष लेने और घटिया क्वालिटी की सड़के बनाने वालों को बचाने के आरोप लगाए थे। अब राज्यसभा चुनावों से पहले वाजिब अली ने फिर नाराजगी जताई है।

वाजिब ने राज्यसभा से एक मुस्लिम उम्मीदवार भेजने का भी सुझाव दिया, उसे नहीं माना
वाजिब अली ने राज्यसभा में एक उम्मीदवाार मुस्लिम समुदाय से बनाने की मांग की थी। वाजिब की उस मांग को भी ठुकरा दिया गया। राज्यसभा चुनावों से पहले अब नाराजगी जताने के पीछे सियासी वजह है।