May 19, 2024

बीकानेर। इसमें कोई संदेह नहीं कि सेवा का जज्बा बीकानेर वासियों में कूट-कूट कर भरा है। फिर वो चाहे अवसर हो या आपदा कहीं पर भी सेवा के लिए पलक पावड़े बिछाने में बीकानेरियों का कोई सानी नहीं है। लेकिन कोरोना काल में कोरोना वारियर्स के लिए की जा रही चाय, नाश्ते, नींबू पानी सहित अन्य सेवाएं कहीं ऐसा ना हो कि कोरोना का वायरस भी साथ में पिलादे। जी हां, पिछले लम्बे समय से देखने में आ रहा है कि लोग कोरोना वारियर्स के सम्मान में अनेक तरीके से आयोजन कर उनका मान-सम्मान कर रहे हैं। कहीं पर फूलों की माला पहनाई जा रही है, कहीं पर शॉल ओढ़ाये जा रहे हैं और प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है। वास्तव में देखा जाए तो यह कोरोना वारियर्स का सम्मान है। लेकिन जो व्यक्ति या संस्था द्वारा यह कार्य किया जा रहा है इसकी क्या गारन्टी कि वहां पर कोई कोरोना से ग्रसित नहीं है, अगर है भी तो हो सकता है वह इस बात से अन्जान है। जहां सम्मान होते हैं वहां बैठने की व्यवस्था भी होती है। बगैर सेनेटाइज किए कुर्सियां लगाई जाती है। ऐसे में आये व्यक्ति को ना चाहते हुए भी बैठना पड़ता है, सब कार्यों में भागीदार भी बनना पड़ता है। लोग तो आव-आदर कर चले जाते हैं । लेकिन यह कोई नहीं जानता कि कौन किसे क्या देकर जा रहा है। ऐसे में सोशल डिस्टेन्सिंग की पालना भी सही ढंग से नहीं होती है। ऐसे में यह चिंता होना भी लाजमी है कि जो लोग हमारी रक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, सावधानी का ख्याल रख रहे हैं उन्हें हम असावधानी की ओर ना धकेल दें। ऐसे मामले देश में कई जगह देखे-सुने जा चुके हैं। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी सोशल डिस्टेन्सिंग की पालना करने की सलाह देते हैं। हमें भी इसका ध्यान रखना होगा।