May 20, 2024

महाजन के मनोहरियां गांव में संगीन हत्याकांड
बेटी के बाप का कर दिया कत्ल,परिवार को दिये खूनी जख्म
बीकानेर। महाजन थाना इलाके मनोहरिया गांव में शुक्रवार की रात हुए संगीन हत्याकांड में एक ही परिवार के दर्जनभर जनों ने अपने रिश्तेदार में घर पर धावा बोल कर उसकी हत्या कर दी। इस वारदात की कहानी भी खासी चौंकाने वाली सामने आई है। जानकारी के अनुसार मनोहरिया गांव में रहने वाले गुलाम खां ने अपने पड़ोस में रहने वाले परिवार के उस्मान नामक युवक के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उस्मान मेरी लडक़ी को तंग परेशान कर रहा है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी उस्मान को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर हवालात में बंद कर दिया और जमानत होते शुक्रवार की रात हथियारों से लैस होकर अपने रिश्तेदारों के साथ गुलाम के मकान पर धावा बोल दिया। गैंची, कुल्हाड़ी और भेड़ के बाल कतरने वाली कैंची से गुलाम खां और उसकी पत्नि गोगी पर पर हमला किया इस दौरान गुलाम के बच्चे नूरजहां, हमीदां व अलादित्ता ने बीच बचाव किया तो उन पर भी वार किया, उन्हें भी चोटें आई है। वारदात में गंभीर रूप से घायल गुलाम की मौत हो गई। वारदात के बाद हमलावार मौके पर दशहत फैलाने के बाद फरार हो गये। महाजन सीआई रमेश कुमार न्यौल ने बताया कि वारदात को लेकर उस्मान, जुल्फिकार, नवाब, कुरेशां, मुनसब, काले खान व चार पांच अन्य लोगों के खिलाफ हत्या और जानलेवा हमले का केस दर्ज कर लिया गया है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। सीआई ने बताया कि वारदात में शामिल तीन चार जनों को पूछताछ के लिये निगरानी में लिया गया है। मुख्य आरोपी उस्मान,जुल्फिकार और नवाब वगैरहा फरार है। उन्हे पकडऩे के लिये थाना पुलिस की दो टीमें लगातार उनके घरों और ठिकानों पर दबिश दे रही है।
घबराई हुई है लडक़ी,मां के लगी है गंभीर चोट
शुक्रवार की रात गुलाम खां के मकान पर हुई खूनी हमले की इस वारदात के बाद उसकी लडक़ी नूरजहां अभी बुरी तरह घबराई हुई है। वहीं वारदात में गंभीर रूप से घायल दिवंगत गुलाम खां की बीवी गोगी अभी पीबीएम होस्पीटल में उपचारधीन है। अपने पिता की मौत का संगीन मंजर देख चुके दो ओर बच्चिया हमीदा और अलादित्ता भी खौफ है। जिन्हे रिश्तेदारों ने संभाल रखा है। वारदात के बाद मनोहरिया में सनसनी सी फैली हुई है। गांव के लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे है। ग्रामीणों को कहना है कि पुलिस को पुख्ता तौर पर जानकारी थी कि पाबंद कर रिहा किये जाने के बाद आरोपी उस्मान और उसके परिवार के लोग गंभीर वारदात को अंजाम दे सकते है। इसके बावजूद पुलिस ने पीडि़त परिवार की सुरक्षा के लिये कोई बंदोबश्त नहीं किये। जानकारी में रहे कि महाजन में दो दिन पहले भी एक परिवार पर घातक हमलेबाजी की संगीन वारदात हो चुकी है।
-यह दर्ज हुई है एफआई
मृतक गुलाम हुसैन के चाचा नूर अहमद की ओर से दर्ज एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि उस्मान पुत्र शरीफ खान मेरी भतीजियों के साथ कई दिनों से गलत हरकत कर रहा था। इस पर मेरे चाचा गुलाम रसूल ने उस्मान के खिलाफ थाने में शिकायत कर दी। राजीनामे का प्रयास किया लेकिन बदला लेने की धमकी दी। इस पर 23 जुलाई की रात उस्मान, जुल्फिकार, नवाब, कुरेशां, मुनसब,काले खान व चार पांच अन्य लोगों ने घर पर सो रहे गुलाम और उसकी पत्नी गोगी पर हमला कर दिया। गुलाम पर गैंची, कुल्हाड़ी और भेड़ के बाल कतरने वाली कैंची से वार कर दी और मेरी भतीजी नूरजहां, हमीदां व अलादित्ता ने बीच बचाव किया तो उन पर भी वार किया।