May 4, 2024

व्यवस्थाएं रहे चाक चौबंद-मेहता
बीकानेर
. जिला कलक्टर नमिता मेहता ने पीबीएम अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी सेंटर में संचालित हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि हेल्प डेस्क पर 24 घंटे वरिष्ठ चिकित्सक सहित प्रतिदिन 2 घंटे राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहकर नियमित सुपरविजन कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को देगा। हेल्प डेस्क में एक चिकित्सक एस. पी. मेडिकल कॉलेज की तरफ से तथा एक चिकित्सक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की तरफ से नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने सेंटर में क्रियाशील ऑक्सीजन प्लांट को भी देखा। इस दौरान प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज डॉक्टर एस. एस. राठौड़ सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

जिला कलेक्टर मेहता ने बताया कि इस हेल्पडेस्क में नियुक्त कर्मचारी द्वारा जैसे ही परिसर में कोई व्यक्ति भर्ती होने के लिए आएगा तो वह उसे भर्ती करवाने में आवश्यक सहयोग प्रदान करेगा। अगर किसी स्थिति में सेंटर में बैड नहीं है तो किसी अन्य कोविड-19 सेंटर या अस्पताल में उसे भेजने के लिए व्यवस्था करेगा। अगर कोरोना मरीज को किसी भी अस्पताल में बैड नहीं मिलेगा तो ऐसी स्थिति में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से वार्ता कर जिले की किसी अन्य अस्पताल तक पहुंचाने में सहयोग करेगा। हेल्पडेस्क पर बैठे कर्मचारी को वहां भर्ती रोगियों के ट्रीटमेंट प्रोटोकोल और उसकी स्थिति की सूचना रोगी के परिजन को कम से कम दिन में एक बार फोन पर बताएगा। उसकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी रहेगी कि अस्पताल में भर्ती उपचाराधीन मरीज को किसी तरह की असुविधा ना हो।

मेहता ने कहा कि हेल्प डेस्क पर यह भी सूचना आवश्यक रूप से रखी जाएगी की अस्पताल में कितने बैड खाली हैं तथा ऑक्सीजन स्पोर्ट वेंटिलेटर आदि की क्या स्थिति है, साथ ही दवा का स्टॉक है अथवा नहीं इसकी सूचना मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को देते हुए पुख्ता बंदोबस्त करेंगे। हेल्प डेस्क पर लगे शिक्षक और कर्मचारी अस्पताल प्रबंधन जिला प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित करने की भी भूमिका निभाएंगे।

सुपर स्पेशलिटी सेंटर में माइक सिस्टम से होगी बातचीत
जिला कलेक्टर ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी सेंटर में भर्ती रोगियों के परिजन अगर उनका हालचाल जानने आते हैं तो रोगियों से मॉनिटर और माइक सिस्टम के माध्यम से सीधी बात करवाई जाएगी। इसमें रोगी आने वाले परिजन को देख सकेगा और परिजन सेंटर में भर्ती कोविड पॉजिटिव व्यक्ति से हेल्प डेस्क पर बैठकर ही बातचीत कर सकेगा।

चार वरिष्ठ आर ए एस अधिकारी करेंगे सुपरविजन
मेहता ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी कोविड-19 केयर सेंटर में स्थापित हेल्प डेस्क पर होने वाली संपूर्ण व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग प्रतिदिन एक राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाएगी। इस कार्य के लिए चार अधिकारियों को लगाया गया है । इनमें उपखंड अधिकारी बीकानेर सोमवार और गुरुवार, सहायक कलेक्टर नगर बुधवार व शनिवार, सहायक कलेक्टर फास्ट ट्रेक मंगलवार और शुक्रवार तथा सहायक निदेशक लोक सेवाएं प्रशासनिक सुधार रविवार व बुधवार को प्रतिदिन 2 घंटे सुपर विजन का कार्य कर, यहां की संपूर्ण व्यवस्था पर एक रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर को प्रेषित करेंगे।

स्टांप पेपर पर लिख कर मिल सकेंगे और पॉजिटिव रोगी से
जिला कलेक्टर ने अधीक्षक पीबीएम डॉक्टर मोहम्मद सलीम और उप अधीक्षक डॉ अजय कपूर से कहा कि सुपर स्पेशलिटी सेंटर में जो कोरोना पॉजिटिव रोगी है उनसे अगर परिजन मिलना चाहे तो शाम 5 बजे से 7 बजे तक के बीच में 15 मिनट के लिए मिल सकता है। इसके लिए परिजन को 50 रू के स्टांप पेपर पर लिख कर देना होगा कि वह अपनी रिस्क पर परिजन से मिलने जा रहा है और परिजन को आवश्यक रूप से पीपीई किट पहनना होगा । साथ ही संपूर्ण प्रोटोकॉल का भी फॉलो करना होगा। पीपीई किट परिजन को अपने स्वयं के खर्चे पर लाना होगा। उन्होंने बहुत स्पष्ट निर्देश दिया कि 50 रू के स्टांप पेपर पर लिख कर आने के बाद पीबीएम अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक द्वारा उस पर आदेश दिया जाएगा कि रोगी से मिलने जा सकते हैं। साथ ही इस स्टाम्प पेपर को कार्यालय दस्तावेज की तरह रखा जाए।

डाॅ. अजय कपूर ने बताया कि रोगियों को सुबह का नाश्ता सुबह 7 बजे से 10 बजे के बीच, दोपहर का खाना 12 बजे से 2 बजे के बीच दिया जाता है। मरीजों को शाम को 4 बजे से 5 बजे के बीच हल्का नाश्ता दिया जाता है तथा रात का भोजन 7 बजे से 9 बजे तक दिया जाता है। असुविधा होने पर हेल्प डेस्क नम्बर 0151-2240100 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

निरीक्षण के दौरान प्राचार्य डॉ एस.एस. राठौड़, अधीक्षक डॉ मोहम्मद सलीम, अतिरिक्त जिला कलेक्टर(शहर) सुनीता चौधरी, डॉ अजय कपूर, डॉ विनोद असवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी. एल. मीना सहित वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद थे।