May 9, 2024

बीकानेर। बैंकिग जगत में प्रतिष्ठित कही जाने वाली बैंक ऑफ बड़ोदा की स्टेशन रोड़ शाखा का नाम इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है, फर्जी खातों के कारण सुर्खियों में आई इस प्रतिष्ठित शाखा के अधिकारियों और कर्मचारियों को संदेह की नजर से देखा जा रहा है। बैंक के खाताधारी आंशकित है कि कहीं उनके खातों से करोड़ो की हेराफेरी तो नहीं हो रही है। जानकारी में रहे कि इस बैंक में फर्जी खातों से हुए करोड़ो रूपये लेन देन के दो मुकदमें कोटगेट थाने में दर्ज हो चुके है। जिसमें दो जनों को पता ही नहीं और उसका शहर के एक बैंक में खाता खोलकर लाखों रुपए का लेन-देन हो गया।आयकर विभाग की अन्वेषण टीम ने जब दोनों खाताधारको को आयकर वसूली का नोटिस भेजा, तब धोखाधड़ी का पता चला तो उसके होश उड़ गए। अब दोनों ही पीडि़तों ने इस्तगासे के जरिए कोटगेट पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। पहला मामला मुरलीधर व्यास कॉलोनी निवासी सुनील पुत्र कन्हैयालाल सोनी की ओर से दर्ज कराया गया है जबकि दूसरा मामला बंगलानगर निवासी जुगल भारती ने दर्ज कराया है। दोनों का आरोप है कि बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों से मिलीभगत कर हमारे नाम से का लेन-देन कर लिया। सुनिल सोनी के मुताबिक आयकर विभाग ने मेरे नाम से खुले फर्जी खाते में हुए ट्रांजेक्शन के लिए 63 लाख 54 हजार 560 रुपए की वसूली निकाली है, जिसे जमा कराने का नोटिस जारी किया है। दोनों ही मामलों में फिलहाल बड़ौदा प्रबंधक एवं बैंक कर्मचारी, धर्मचंद बोथरा, बैंक कर्मचारी विनोद कुमार का नाम सामने आया है। फर्जी खातों से जुड़े दोनों मामलों की जांच पड़ताल में जुटे सहायक उप निरीक्षक चैनदान का कहना है कि बैंक प्रबंधन का सहयोग नहीं मिल पाने के कारण जांच कार्यवाही आगे नहीं बढ पा रही है।
प्रबंधक बोले, मेरी कोई जवाबदारी नहीं
अब तक की जांच पड़ताल में उजागर हुआ है कि दोनों ही पीडि़तों के खाता खोलने के दौरान भरे गए फॉर्म में न उनके हस्ताक्षर हैं और ना ही उसका फोटा लगे है। पैनकार्ड भी संदिग्ध है। केवल राशनकार्ड में कांटछांट कर लगाया गया है। बैंक प्रबंधक आरएस नैन का इस मामले में कहना है कि दोनों ही प्रकरण मेरी तैनाती से पहले होने के कारण मेरी इन मामलों में कोई जवाबदारी नहीं है।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी साध रखी चुप्पी
फर्जी खातों के कारण लगातार हो बदनामी से जुड़े मामले में जवाबदारी से बचने के लिये बैंक ऑफ बड़ोदा क्षेत्रीय प्रबंधक ने भी चुप्पी साध रखी है। मामले में जवाब तलबी के लिये उन्हे मोबाईल पर संपर्क किया गया तो उन्होने कॉल ही नहीं उठाया।