May 17, 2024

सांवरा को चांदी की शराब की बोतल चढ़ाने पर विवाद : मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष बोले- शराब थोड़े ही चढ़ाई है, सदस्य का विरोध- ऐसी भेंट नहीं चढ़ानी चाहिए

चित्तौड़गढ़। श्री सांवलियाजी मंदिर में एक भक्त की ओर से चढ़ाई गई चांदी की शराब की बोतल को लेकर विवाद छिड़ ही गया है, इस मसले पर मंदिर ट्रस्ट के बीच भी मतभेद उभर गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद भक्त इस तरह की भेंट को गलत बता रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष भैंरूलाल गुर्जर ने इस पर सफाई दी है कि भक्त की ओर से शराब नहीं चढ़ाई गई है। भक्त ने चांदी की बोतल चढ़ाई है। ऐसे में आस्था के साथ खिलवाड़ जैसी कोई बात नहीं है। वहीं ट्रस्ट सदस्य भैरूलाल सोनी ने कहा- बोतल चांदी की बनी हुई है। अगर भक्तों की आस्था आहत हुई है तो यह अनुचित है। ऐसा चढ़ावा नहीं चढ़ाना चाहिए।
उदयपुर के सलूंबर के रहने वाले पंकज तेली ने बुधवार को शराब की 731 ग्राम चांदी से बनी हुई बोतल चढ़ाई थी । सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भक्त इसे गलत बता रहे हैं। भक्तों का कहना है कि यह आस्था के साथ खिलवाड़ है। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष भैंरूलाल गुर्जर ने बताया कि भक्त सोने-चांदी से बने कई सामान चढ़ाते हैं। भगवान को भेंट अनोखा चढ़ावा हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है।

मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष ने बताया कि निंबाहेड़ा के एक भक्त ने गुरुवार को 306 ग्राम चांदी से बना लड्डू भेंट किया। हालांकि भक्त ने अपना नाम नहीं बताया। बस ये बोला कि वह हलवाई है और सांवरा को चांदी का लड्डू भेंट करने का मन था। भक्त ने लड्डू और मठरी का भोग भी लगाया।

ट्रस्ट सदस्य बोले- ऐसा चढ़ावा गलत
मंदिर ट्रस्ट के सदस्य भैरूलाल सोनी ने कहा कि हालांकि बोतल चांदी की बनी हुई है। न तो असली है और न ही उसमें शराब थी। अगर भक्तों की आस्था आहत हुई है तो यह अनुचित है। ऐसा चढ़ावा नहीं चढ़ाना चाहिए। सकारात्मक ऊर्जा देने वाले सामानों को ही ठाकुर जी को भेंट करना चाहिए।

सोशल मीडिया पर छिड़ा विवाद
शहर के कई सामाजिक संगठनों ने सांवरा सेठ को शराब की चांदी की बोतल भेंट करने का विरोध किया है। कई वॉट्सऐप ग्रुपों में लोगों ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को ऐसी भेंट करना गलत हैं। यह सनातन धर्म के विपरीत किया गया काम हैं। आस्था का मतलब यह नहीं होता कि, कुछ भी लाकर चढ़ा दिया जाए। इस पर रोक लगनी चाहिए।
राज्य सरकार की ओर से 9 फरवरी को सांवलिया मंदिर के बोर्ड के लिए चुनाव हुए थे। 28 फरवरी को अध्यक्ष पद पर भैंरूलाल गुर्जर और ममतेश शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, संजय कुमार मण्डोवरा, शम्भू सुथार, भैरूलाल जाट, श्रीलाल पाटीदार, भैरूलाल सोनी को सदस्य नियुक्त किया गया है। अभी तक सदस्यों को बोर्ड के अन्य पदों को नहीं बांटा गया हैं।

दूर-दूर से सांवरा के दर्शन करने आते हैं भक्त
मेवाड़ के कृष्ण धाम की ख्याति दूर-दूर तक है। चतुर्दशी, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन भक्तों की ज्यादा रहती हैं। भक्त अपने सांवरा से मनोकामना मांगकर जाते हैं। इच्छा पूरी होने के बाद अपनी इच्छानुसार चढ़ावा चढ़ाते हैं। भक्तों की आस्था इतनी है कि सोने-चांदी के जेवरात और उनसे बना सामान भी कई बार चढ़ाया है। दानपेटी खोलने पर भी करोड़ों का दान निकलता हैं।