May 5, 2024

आज फिर बढ़े कोरोना केस, 24 घंटे में मिले इतने पाजिटिव

जयपुर राजस्थान में जैसे-जैसे टेस्टिंग बढ़ रही है वैसे-वैसे कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 431 नए केस मिले है, जबकि 2 मरीजों की मौत हो गई। मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट से मिली रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा 171 जयपुर में आए है। इससे पहले गुरुवार को जयपुर में 153 केस आए थे।

रिपोर्ट के मुताबिक आज उदयपुर में 52, जोधपुर 39, दौसा 25, अलवर 15, डूंगरपुर 13, सिरोही 11, नागौर, चित्तौड़गढ़ में 10-10, कोटा, राजसमंद, बीकानेर में 9-9, भीलवाड़ा में 8, झालावाड़, जालौर, बांसवाड़ा में 7-7, अजमेर, चूरू में 5-5, सीकर, भरतपुर, बारां में 4-4, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़ में 2-2 और बाड़मेर, गंगानगर, जैसलमेर में एक-एक केस मिला है। आज बारां और बीकानेर में एक-एक मरीज की मौत हुई है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 153 मरीज रिकवर हुए है, जिसके बाद एक्टिव केस की संख्या 2607 पर पहुंच गई।

जयपुर में यहां मिले केस
जयपुर सीएमएचओ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक आज सांगानेर में 16, वैशाली नगर में 12, सोडाला में 10, बस्सी, मालवीय नगर में 9-9, जमवारामगढ़, शास्त्री नगर में 8-8, मानसरोवर में 7, जवाहर नगर, बनीपार्क, मुरलीपुरा में 4-4, चांदपोल, सी-स्कीम, दूदू, निर्माण नगर में 3-3, अजमेर रोड, चाकसू, सिविल लाईन्स, गांधी नगर, गोविंदगढ़, खातीपुरा, सुभाष चौक, सिरसी, रामगंज, राजापार्क में 2-2 और बाइस गोदाम, आदर्श नगर, अम्बाबाड़ी, बगरू, बजाज नगर, बापू नगर, झोटवाड़ा, त्रिवेणी नगर, टोंक रोड, सिंधी कैंप, सांभर, फागी, लालकोठी और कोटपूतली एरिया में एक-एक मरीज मिला है।

5 दिन में 38 मरीज लापता
जयपुर में कोविड मरीज बढ़ने के साथ ही प्रशासन की टेंशन भी बढ़ती जा रही है। पिछले 5 दिन में जयपुर में मिले कुल 648 मरीजों में से 38 मरीज लापता है। इन मरीजों ने पिछले दिनों कोविड टेस्टिंग सेंटर पर जाकर जांच तो करवा ली, लेकिन अपने फोन नंबर और घर का पता ठीक सही नहीं देने से उनको विभाग ट्रेस नहीं कर पाया है।

ज्यादातर मरीज सामान्य लक्षण वाले
जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर और मेडिकल यूनिट के हैड डॉ. पुनीत सक्सेना की माने तो इन दिनों जयपुर में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे है, लेकिन इनमें ज्यादातर मामले सामान्य लक्षण वाले है। इनमें एडमिशन न के बराबर है। अधिकांश मरीजों में सामान्य खांसी, बुखार और जुकाम के लक्षण है। उन्होंने बताया कि फिर भी लोगों को सतर्क रहना चाहिए और हॉस्पिटल या अन्य भीड़ वाले एरिया में मास्क का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सीनीयर सिटीजन को ज्यादा खतरा है, क्योंकि इस एजग्रुप के लोगों के वैक्सीनेशन को करीब 1 साल से ज्यादा का समय हो गया है और इनकी इम्युनिटी सिस्टम भी अब पहले के मुकाबले कम हो गया होगा। ऐसे में जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं लगवाई है उन्हें बूस्टर डोज लगवानी चाहिए।