May 4, 2024

गहलोत और पायलट पहली बार उपचुनाव नामांकन में साथ नहीं : माकन के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में गुटबाजी और बढ़ी

जयपुर/ सरदारशहर। अजय माकन के इस्तीफे के बाद राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी और तेज होती दिख रही है। गुरुवार को सरदारशहर उपचुनाव में कांग्रेस में बड़े नेताओं की खींचतान साफ दिखी। कांग्रेस उम्मीदवार अनिल शर्मा की नामांकन सभा में सीएम अशोक गहलोत और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ सचिन पायलट नहीं थे। पिछले दो उपचुनावों में यह पहला मौका है जब सचिन पायलट को साथ नहीं लिया गया। पायलट को आज साथ नहीं लेने पर सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
उपचुनावों की नामांकन सभाओं में एकजुटता दिखाने के लिए गहलोत, सचिन पायलट साथ-साथ जाते रहे हैं। इस बार पायलट को साथ लेकर यह मैसेज देने की औपचारिकता भी नहीं की गई। इसे तल्खी और बढ़ने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। अजय माकन के इस्तीफे और गहलोत गुट के तीन नेताओं के खिलाफ एक्शन नहीं होने पर अब कांग्रेस में इसका असर दिख रहा है।

सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच पिछले लंबे समय से खींचतान जारी है। दोनों नेताओं ने पिछले लंबे अरसे से मंच साझा नहीं किया है। 25 सितंबर को गहलोत गुट के विधायकों के विधायक दल की बैठक के बहिष्कार करने के बाद से गहलोत-पायलट के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं। सचिन पायलट का सरदारशहर की नामांकन सभा में गहलोत के साथ नहीं होना इसी खींचतान का कारण माना जा रहा है।
पहले उपचुनावों में माकन पायलट को साथ ले गए, अब खुद राजस्थान से दूर हो गए
अब तक के उपचुनावों में प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी नामांकन सभाओं में गहलोत के साथ जाते रहे हैं। पिछले साल अप्रैल में सुजानगढ़, सहाड़ा और राजसमंद के उपचुनावों की नामांकन सभाओं में माकन , गहलोत, पायलट और डोटासरा एक ही हेलिकॉप्टर से गए थे। पिछले साल अक्टूबर में वल्लभनगर और धरियावद के उपचुनावों की नामांकन और चुनावी सभाओं में पायलट को साथ रखा था। दोनों बार प्रभारी अजय माकन और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पायलट के साथ एक ही हेलिकॉप्टर से चुनावी सभाओं के लिए रवाना होने के फोटो सोशल मीडिया पर डाले थे।

भवंरलाल शर्मा पायलट कैंप की बाड़ेबंदी में रहे थे
सरदारशहर से विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद हो रहे उपचुनाव में उनके बेटे अनिल शर्मा को कांग्रेस ने टिकट दिया है। जुलाई 2020 में सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय भंवरलाल शर्मा गहलोत के खिलाफ थे। शर्मा पूरे समय मानेसर में पायलट कैंप के साथ रहे थे। बाद में जब सुलह हो गई तो सबसे पहले सीएम अशोक गहलोत से मिले थे। बाद में भंवरलाल शर्मा का झुकाव गहलोत की तरफ हो गया था।

नामांकन सभा में गहलोत बोले- सरदारशहर का नहीं पूरे राजस्थान का चुनाव
सरदारशहर में कांग्रेस उम्मीदवार अनिल शर्मा की गुरुवार को नामांकन सभा में सीएम अशोक गहलोत ने जनता से कांग्रेस को उपचुनाव जितवाने की अपील की। गहलोत ने कहा कि यह चुनाव सरदारशहर का नहीं, पूरे राजस्थान का है। इस चुनाव का पूरे राजस्थान में मैसेज जाएगा। पिछले चार साल में आठ जगह उपचुनाव हुए हैं, जिनमें से छह कांग्रेस जीती है, बीजेपी केवल एक जगह जीती है। बीजेपी का राजस्थान में चाल, चरित्र ओर चेहरा सामने आ चुका है।