April 26, 2024

गहलोत बोले- बसपा से कांग्रेस में आए विधायक साथ रहेंगे : कहा- जो सियासी संकट में नहीं गए, उनसे उम्मीद नहीं करने चाहिए थी

उदयपुर। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रही बयानबाजी, नाराजगी और आरोप-प्रत्यारोप पर रविवार को विराम लग गया। सीएम अशोक गहलोत रविवार दोपहर उदयपुर पहुंच गए। विशेष विमान से उदयपुर आए सीएम अशोक गहलोत के साथ बसपा से कांग्रेस में आए विधायक भी थे। इस दौरान अशोक गहलोत ने एक तरफ बसपा विधायकों की तारीफ की और विपक्षी पार्टी बीजेपी पर भी निशाना साधा।
गहलोत ने कहा- बसपा से कांग्रेस में आए विधायक साथ थे, साथ हैं और साथ रहेंगे। उस वक्त सरकार बचाने वालों में जो लोग साथ थे। उनसे बीजेपी को उम्मीद नहीं करनी चाहिए। जिन्होंने क्राइसिस में साथ दिया हो। उसके सामने तो राज्यसभा चुनाव कुछ भी नहीं हैं। गहलोत ने कहा कि हर विधायक की अपनी कुछ समस्याएं होती हैं।

सरकार को स्थिर करने कांग्रेस में आए थे
गहलोत ने बसपा विधायकों के लिए कहा कि ये लोग बीएसपी के बैकग्राउंड के थे। इन्होंने सरकार को स्टेबल करने के लिए कांग्रेस ज्वॉइन की थी। इन्होंने कोई शर्त नहीं रखी। हो सकता है मान-सम्मान में कोई कमी रही हो। इसलिए छोटी-मोटी नाराजगी थी। हम तीनों सीट आराम से जीतेंगे।

बीजेपी का षड़यंत्र हमेशा फेल किया है
गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी मौका आया है हमने बीजेपी के होर्स ट्रेडिंग के षड़यंत्र को पूरी तरह फेल किया है। जब कोई उद्योगपति मैदान में आता है तो आप मानकर चलो कि वो क्यों आए हैं। वो भी जब संख्याबल नहीं है। वो वोट कहां से लेंगे, क्यों लेंगे। जब हमारे साथ लोग एकजुट हैं तो उनसे बीजेपी वाले कैसे उम्मीद कर सकते हैं। हमारा कुनबा एकजुट है।

हम कभी मोबाइल नहीं लेते, क्राइसिस के समय भी नहीं लिया
बाड़ाबंदी और होटल में सख्ती को लेकर गहलोत ने कहा कि हम कभी मोबाइल लेते ही नहीं हैं। मोबाइल वो लोग लेते हैं जिनको विश्वास नहीं होता। सतीश पूनिया को पूछों उनकी दुर्गति क्यों हुई। 2020 में क्राइसिस हमारे ऊपर आया हुआ था। वो उन पर शिफ्ट हो गया। क्राइसिस के वक्त भी हमने किसी को मोबाइल ने चेंज किया न बंद किया। बाकी राज्यों में लाखों-करोड़ों रुपए खर्च करते हैं। मगर हमने एक नया पैसा किसी को नहीं दिया, तब भी साथ हैं लोग। यही फर्क बीजेपी-कांग्रेस में है।