May 4, 2024

हल्दी की रस्म के दौरान दूल्हे की मौत, होटल मेनाल रेजीडेंसी में चल रही थीं शादी की रस्में, स्विमिंग पूल के पास लगा करंट

कोटा। शादी के कुछ घंटे पहले दूल्हे की मौत हो गई। कोटा शहर के एक होटल में शादी की रस्में चल रही थीं, परिवार के लोग हल्दी के बाद दूल्हे को नहलाने ले जा रहे थे। इस दौरान दूल्हे का हाथ पोल पर लग गया और दूल्हा अचेत होकर गिर गया। परिजन तुरंत एमबीएस हॉस्पिटल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हादसा शहर के नांता थाना क्षेत्र के बूंदी रोड स्थित होटल मेनाल रेजीडेंसी ​​​​का है।

स्विमिंग पूल के पास लगा करंट

डीएसपी राजेश सोनी ने बताया- बूंदी रोड स्थित एक निजी होटल में केशवपुरा इलाके के निवासी सूरज सक्सेना (29) की शादी की रस्में चल रही थीं। दोपहर करीब दो बजे हल्दी की रस्म थी। परिवार और नाते-रिश्तेदार रस्म अदा कर रहे थे।

दूल्हे को हल्दी लगाने के बाद स्विमिंग पूल की तरफ नहलाने ले जा रहे थे। स्विमिंग पूल के पास डेकोरेशन के लिए एक पाइप लगा रखा था। दूल्हे ने वो पाइप पकड़ लिया और करंट की चपेट में आ गया। करंट लगने से दूल्हा अचेत होकर गिर गया। परिजन उसे तुरंत एमबीएस हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन उसकी मौत हो गई। शव को एमबीएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है।

गुड़गांव में काम करता था दूल्हा

सूरज गुड़गांव स्थित एक कंपनी में काम करता था। दो बहनों का इकलौता भाई था। माता-पिता रिटायर्ड हो चुके है। शादी के लिए कुछ दिन पहले ही गुड़गांव से कोटा आया था। मंगलवार रात को महिला संगीत का कार्यक्रम था। आज हल्दी के बाद रात को शादी होनी थी।

आज रात होनी थी शादी

डीएसपी राजेश सोनी ने बताया- सूरज की बिहार निवासी युवती से शादी होनी थी। लड़की के परिजन कोटा आए हुए हैं। परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

नांता थाना SHO नवल किशोर ने बताया कि प्रोग्राम में करंट लगा है तो प्रबंधन में कहीं ना कहीं कमी रही होगी। इसमें मामला दर्ज कर जांच करेंगे। जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी।

रिश्तेदारों ने पानी फैलाया

होटल मालिक नदीम ने कहा कि हल्दी की रस्म के बाद रिश्तेदार स्विमिंग पूल से बाल्टियां भरकर एक दूसरे पर डाल रहे थे। वहां कूलर लगे हुए थे। पानी से पूरा कारपेट गीला हो चुका था। सम्भवतया अर्थिंग की वजह से करंट लगा है। जिस पोल से करंट आना बता रहे हैं। उसमें कनेक्शन नहीं था। उसमें लगी लाइट तो रात को चालू करते हैं। दिन में लाइट जलाने का मतलब ही नहीं है।